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पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा महत्वपूर्ण और चुनौतियों से भरी होती हैं महिलाओं की भूमिका – राकेश

  • विप्स (की 31वीं राष्ट्रीय ई-संगोष्ठी – 2021 आयोजित

संबलपुर. महामारी कोरोना को ध्यान में रखते हुए और सामाजिक दूरी का अनुपालन करते हुए विप्स (WIPS) द्वारा नई दिल्ली में विप्स की 31वीं राष्ट्रीय संगोष्ठी पहली बार ऑनलाइन माध्यम से आयोजित की गई। इस संगोष्ठी में अध्यक्ष, स्कोप के साथ ही डीजी स्कोप, सचिव एपैक्स, उपाध्यक्ष एपैक्स, अध्यक्ष एपैक्स भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री राकेश कुमार, अध्यक्ष, स्कोप उपस्थित थे।

उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि  महिलाओं की भूमिका पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा महत्वपूर्ण और चुनौतियों से भरी होती हैं पर इसके बावजूद महिलाएं आज कई बड़े पदों पर कार्य कर रही है जो निश्चित रूप से सराहनीय है। अतुल सोबती, डीजी, स्कोप का कहना था कि सार्वजनिक क्षेत्रों में महिलाओं की संख्या में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है और अब वे अपने अधिकारों को भी समझने लगी हैं। कार्यक्रम में उपस्थित आतिशी मारलोना, एमएलए, दिल्ली, सामाजिक कार्यकर्ता ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि महिलाओं में कुशल नेतृत्व करने की क्षमता होती है इसी के कारण न केवल वे परिवार को संभालती है वरन् अपने कार्यालयी कर्तव्यों को भी अच्छे से निभाती हैं। कार्यक्रम कई सत्रों में आयोजित की गई जिसमें महिलाओं के जीवन से संबंधित मुद्दों पर बात की गई। प्रथम सत्र में श्रीमती कीर्ति तिवारी, अध्यक्ष एपैक्स ने विप्स के कार्यकलापों पर बात करते हुए यह भी बताया कि विप्स की गतिविधियों में इसके सभी सदस्यों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है! इसके पश्चात सार्वजनिक क्षेत्रों में महिलाओं की शक्ति तथा उनके द्वारा किए जा रहे नई नई पहलों पर एक फिल्म भी दिखाई गई।

श्रीमती सोमा मण्डल, सीएमडी, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया तथा श्रीमती हरजीत कौर जोशी, सीएमडी, शिपिंग कोरपोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा संगोष्ठी के मूल विषय “ नए सामान्य : अवसर एवं जोखिम” पर विचार किया गया और सार्वजनिक क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका को स्पष्ट किया गया। उन्होंने यह भी बताया कि अब नए- नए क्षेत्रों में भी महिलाओं की सहभागिता बढ़ रही है।

पैनल विचार विमर्श के तहत डॉक्टर अलका मित्तल (एचआर), ओएनजीसी, श्रीमती बलदेव कौर सोखी, निदेशक (वित्त) एनबीसीसी, श्रीमती अमनीता शरण, निदेशक (कार्मिक), एयर इंडिया, श्रीमती मोऊमिता दत्ता, इसरो पीएम, मंगलयान ने अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया और आज के परिदृश्य के अनुसार “वर्क फ्रॉम होम” की आवश्यकता पर जोर दिया।

श्रीमती मल्लिका सेठी, उपाध्यक्ष, विप्स द्वारा सभी सदस्यों को विप्स शपथ दिलाई गई कि वे सभी अपना कार्य निष्ठा से करेंगे। श्रीमती अंजू गुप्ता, महासचिव, एपैक्स द्वारा निष्कर्ष रूप में सभी की बातों को समेटते हुए यह कहा कि सार्वजनिक क्षेत्रों में आज भी महिलाओं के सामने की तरह की चुनौतियाँ है पर इसके बावजूद वह नए नए कीर्तिमान रच रही हैं।

कार्यक्रम में 650 स्थानों से लगभग 1000 सदस्यों ने प्रतिभागिता की। उपरोक्त कार्यक्रम में एमसीएल मुख्यालय तथा क्षेत्रों को मिलकर लगभग 250 विप्स प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। एक बात यह भी महत्वपूर्ण है कि एमसीएल प्रबंधन ने हमेशा ही विप्स के कार्यकलापों में हमारा सहयोग किया है और हमें पूर्ण विश्वास है कि यह सहयोग ऐसे ही आगे भी बना रहेगा। कार्यक्रम के अंत में टीम एनआर द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

 

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