नई दिल्ली. मन की बात 2.0’ की 20वीं कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुछ ही दिन पहले मैंने एक वीडियो देखा। वह वीडियो पश्चिम बंगाल के वेस्ट मिदनापुर स्थित ‘नया पिंगला’ गाँव के एक चित्रकार सरमुद्दीन का था। वो प्रसन्नता व्यक्त कर रहे थे कि रामायण पर बनाई उनकी पेंटिंग दो लाख रुपये में बिकी है। इससे उनके गांववालों को भी काफी खुशी मिली है। इस वीडियो को देखने के बाद मुझे इसके बारे में और अधिक जानने की उत्सुकता हुई। इसी क्रम में मुझे पश्चिम बंगाल से जुड़ी एक बहुत अच्छी पहल के बारे में जानकारी मिली, जिसे, मैं, आपसे साथ जरुर साझा करना चाहूंगा। पर्यटन मंत्रालय के रीजनल आफिस ने महीने के शुरू में ही बंगाल के गाँवों में एक इनक्रेडिबल इंडिया वीकइंड गेटवे की शुरुआत की। इसमें पश्चिम मिदनापुर, बांकुड़ा, बीरभूम, पुरुलिया, पूर्व बर्दवान, वहाँ के हस्तशिल्प कलाकारों ने आगंतुकों के लिये हैंडीक्राफ्ट आयोजित की। मुझे यह भी बताया गया कि इस दौरान जो कुल बिक्री हुई, वो हस्त शिल्पकारों को बेहद प्रोत्साहित करने वाली है। देशभर में लोग भी नए-नए तरीकों से हमारी कला को लोकप्रिय बना रहे हैं। ओडिशा के राउरकेला की भाग्यश्री साहू को देख लीजिए। वैसे तो वे इंजीनियरिंग की छात्रा हैं, लेकिन, पिछले कुछ महीनों में उन्होंने पट्टचित्र कला को सीखना शुरू किया और उसमें निपुणता हासिल कर ली है। लेकिन, क्या आप जानते हैं, कि, उन्होंने पेंट कहाँ किया – साफ्ट स्टोन, साफ्ट स्टोन पर। कॉलेज जाने के रास्ते में भाग्यश्री को ये साफ्ट स्टोन मिले, उन्होंने, इन्हें एकत्र किया और साफ़ किया। बाद में उन्होंने रोजाना दो घंटे इन पत्थरों पर पट्टचित्र स्टाइल में पेंटिंग की। वह इन पत्थरों को पेंट कर उन्हें अपने दोस्तों को गिफ्ट करने लगीं। लॉकडाउन के दौरान उन्होंने बोतलों पर भी पेंट करना शुरू कर दिया। अब तो वो इस आर्ट पर कार्यशालाएं भी आयोजित करती हैं। कुछ दिन पहले ही, सुभाष बाबू की जयन्ती पर, भाग्यश्री ने, पत्थर पर ही, उन्हें, अनोखी श्रद्धांजलि दी। मैं, भविष्य के उनके प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देता हूँ। आर्ट एंड कलर्स के जरिए बहुत कुछ नया सीखा जा सकता है, किया जा सकता है।
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