Home / National / अंफान ने हुआ अति गंभीर चक्रवाती तूफान, पुरी में समुद्र अशांत, लैंडफाल कल 

अंफान ने हुआ अति गंभीर चक्रवाती तूफान, पुरी में समुद्र अशांत, लैंडफाल कल 

  • 700 किमी चौड़ाई और 15 किमी ऊंचाई के साथ घूम रहा समुद्र में

  • कल दोपहर और रात्रि के बीच करेगा लैंडफाल

  • तटीय ओडिशा और पश्चिम बंगाल के जिलों में मचाएगा तबाही

  • ओडिशा में एनडीआरएफ की 20 टीमें तैनात

भुवनेश्वर. बंगाल की खाड़ी में अंफान ने विकराल रूप धरते हुए अति गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है. 700 किमी चौड़ाई और 15 किमी ऊंचाई के साथ चक्रवात अंफान पश्चिम बंगाल के दीघा से 510 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और बांग्लादेश के खेपुरा से 700 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में समुद्र में घूम रहा है. इससे 24 घंटे में दोनों द्वीपों के बीच सुंदरवन में लैंडफाल करने की प्रवल संभावना है. अंफान को ध्यान में रखकर बचाव व राहत कार्य के लिए एनडीआरएफ की 20 टीमें ओडिशा के लिए मिली हैं. इसमें से 15 टीमों को प्रभावित होने वाले जिलों में तैनात किया गया है, जबकि पांच टीमें तैयार हैं. ओडिशा के सात जिलों मे अभी 15 टीमों को तैनात किया जा चुका है.

बालेश्वर जिले में चार टीमें तैनात की गई हैं, जबकि केन्द्रापड़ा व भद्रक जिले में तीन-तीन, जगतसिंहपुर जिले में दो, मयूरभंज, पुरी व जाजपुर जिले में 1-1 टीमें तैनात की गई हैं. चक्रवाती तूफान अंफान बुधवार शाम को पश्चिम बंगाल के दीघा व बांग्लादेश के हटिया द्वीप के बीच सुंदरवन के निकट लैंडफाल करेगा. इस दौरान इस 155 से 185 किमी के बीच तेज हवाएं चलेंगी तथा 185 किमी तक का हवा का झौंका आ सकता है. चक्रवाती तूफान अंफान बंगाल की खाड़ी में पारादीप से 360 किमी व दीघा से 510 किमी पर स्थित है. गत छह घंटों में 18 किमी की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है. भारतीय मौसम विभाग के नवीनतम बुलेटिन में कहा गया है कि इसके प्रभाव में पश्चिम बंगाल के जिलों को अधिक नुकसान होने की संभावना हैं, वहीं उत्तर ओडिशा के पांच जिले जगतसिंहपुर, केन्द्रापड़ा, भद्रक, बालेश्वर व मयूरभंज को नुकसान पहुंचा सकता है. इन जिलों में 75 से 85 किमी की गति से तेज हवाएं चलेंगी. 20 मई को ही राज्य के पुरी, खुर्दा, कटक, जाजपुर जिले में 55 से 65 किमी की गति से हवाएं चलेंगी. मौसम विभाग द्वारा कहा गया है कि उत्तर ओडिशा के उपरोक्त पांच जिलों में कच्चा घर ढह सकते हैं और पक्की सड़कों को नुकसान हो सकता है. पेड़ व इलेक्ट्रिक-संचार पोल गिर जाएंगे. रेलवे ट्रैक को सांमन्य क्षति हो सकती है. खेती को भी नुकसान होगा.

तूफान के कारण पुरी में समुद्र अशांत

महाचक्रवात तूफान के कारण पुरी में समुद्र पूरी तरह से अशांत हो गया है. ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं. इन लहरों को देखते हुए प्रशासन ने समुद्र तट पर रेड अलर्ट जारी कर दिया है. लोगों के ध्यानाकर्षण के लिए प्रशासन ने जगह-जगह पर लाल झंडे लगा दिए हैं और कहा जा रहा है कि समुद्र की तरफ कोई भी ना जाए. महाचक्रवात के कारण पुरी में तेज हवा चल रही है और बिजली कटौती सुबह से ही जारी है. कल लगभग 40 बार बिजली कटौती हुई थी और आज भी दर्जनों बार बिजली कटौती हो चुकी है. बिजली की आंख मिचौली के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यहां भी एनडीआरएफ की टीम को तैनात कर दिया गया है. जिलाधिकारी हालात पर नजर रखे हुए हैं.

21वीं सदी का तीसरा सबसे ताकवर चक्रवात है अंफान
उत्तर भारतीय महासागर में अंफान 21वीं सदी का तीसरा सबसे ताकतवर चक्रवात है. द वेदर चैनल इंडिया के मुताबिक, 2007 में गोनु तथा 2019 में क्यार्र आया था. इनकी गति अंफान से अधिक थी. दोनों की गति से लगभग 240 किमी प्रति घंटा दर्ज हुई थी. इसके बाद तीसरा ताकतवर चक्रवात के रूप में अंफान आ रहा है.

1999 में गयी थीं नौ हजार से अधिक जानें

इससे पहले ओडिशा में 1999 में बंगाल की खाड़ी से महाचक्रवात आया था. तब ओडिशा में 9,000 से अधिक लोगों की इसी तरह की तीव्रता वाले चक्रवात ने जान ली थी. प्रभावित क्षेत्रों में पेड़-पौधे पूरी तरह से नष्ट हो गये थे. कच्चे मकान नष्ट हो गये थे. चक्रवात के कारण काफी तबाही मची थी. इसी तरह का रूप अंफान ने धरा है.

 

Share this news

About desk

Check Also

Operation Sindoor: India responded to Pahalgam attack with bullets, 30 terrorists killed ऑपरेशन सिंदूर : पहलगाम हमले का भारत ने गोलों से दिया जवाब, 30 आतंकी ढेर

ऑपरेशन सिंदूर : पहलगाम हमले का भारत ने गोलों से दिया जवाब, 30 आतंकी ढेर

पाकिस्तान में 30 आतंकी ढेर, 50 से अधिक घायल पाक अधिकृत कश्मीर और पाकिस्तान के …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *