कोलकाता। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हुगली जिले के श्रीरामपुर में बुधवार को एक चुनावी जनसभा में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मां, माटी, मानुष के वादे पर सत्ता में आईं ममता अब मुल्ला, मदरसा और माफिया की तरफदारी कर रही हैं।
शाह ने कहा कि यहां इमामों को महीने पर तनख्वाह दी जाती है, लेकिन पुजारियों और मंदिरों के रखवालों को कुछ नहीं मिलता। हालांकि ताजिया में कोई बाधा नहीं है, लेकिन दुर्गा पूजा और काली पूजा पर विसर्जन जुलूस निकालने में नियमित बाधाएं हैं। क्या इसे जारी रखने की अनुमति दी जानी चाहिए।? उन्होंने कहा कि ममता सरकार दुर्गा पूजा रोकती है। इन्हें बिल्कुल वोट नहीं देना है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) हमारा है और हम उसे लेकर रहेंगे। राहुल गांधी और ममता बनर्जी आपको डरना है तो डरते रहिए, ये पीओके भारत का है और हम उसे लेकर रहेंगे। उन्होंने कहा कि ममता और कांग्रेस-सिंडिकेट का कहना था कि अनुच्छेद 370 मत हटाओ। मैंने संसद में पूछा कि क्यों न हटाएं, तो उन्होंने कहा कि खून की नदियां बह जाएंगी। यह नरेन्द्र मोदी का शासन है। पांच साल हो गए खून की नदियां बहाना छोड़ो, किसी की कंकड़ चलाने की हिम्मत नहीं है। मोदी ने अनुच्छेद 370 को हटाकर पूरे कश्मीर को हमेशा के लिए भारत के साथ जोड़ दिया। जब कांग्रेस-नीत यूपीए का शासन था तो हमारे कश्मीर में हड़ताल होती थी। आज पीओके में हड़ताल होती है, पहले कश्मीर में आजादी के नारे लगते थे, अब पीओके में आजादी वाली नारेबाजी होती है। पहले कश्मीर में पत्थरबाजी होती थी, आज पीओके में पत्थरबाजी होती है।
शाह ने कहा कि दो करोड़ 11 लाख पर्यटकों ने कश्मीर आकर एक नया रिकॉर्ड बनाया है और पीओके में आटे के भाव ने रिकॉर्ड बना दिया है लेकिन मणिशंकर अय्यर और फारूक अब्दुल्ला देश को डराने का काम कर रहे हैं कि पाकिस्तान के पास एटम बम है, पीओके की बात मत करो। मैं आज श्रीरामपुर की धरती से कहता हूं कि राहुल, आपको डरना है तो डरते रहिए, ममता बनर्जी आपको डरना है तो डरते रहिए, ये पीओके भारत का है और हम उसे लेकर रहेंगे।
भाजपा के वरिष्ठ नेता शाह ने ममता को चेतावनी दी कि घोटालों में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल सरकार को नौ लाख करोड़ रुपये दिए जो ममता के भतीजे के गुंडे खा गए। सिर्फ मोदी जी ही राज्य को चिटफंड घोटाले, शिक्षक भर्ती घोटाले, नगर निगम भर्ती घोटाले, राशन घोटाले में डूबने से बचा सकते हैं।
साभार – हिस