नई दिल्ली। संदेशखाली हिंसा मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) के अध्यक्ष अरुण हलदर और एनसीएससी की सदस्य अंजू बाला गुरुवार को पीड़ितों से मिलने संदेशखाली पहुंचे। पीड़िताें से मिलने के बाद आयोग के चेयरमैन और सदस्य ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
एनसीएससी की सदस्य अंजू बाला ने कहा, “यह एक शर्मनाक घटना है कि आज के समय में भी महिलाओं के साथ ऐसा कुछ हो सकता है…राज्य की सीएम एक महिला हैं। ‘ नाम ममता रखती हैं लेकिन दिल में ममता नाम की चीज़ नहीं है ‘..
एनसीएससी के अध्यक्ष अरुण हलदर ने कहा, ”मुझे संदेशखाली के बारे में रिपोर्ट मिली है कि बहुत से लोग बहुत कुछ कहना चाहते थे लेकिन उन्हें मौका नहीं दिया गया। आयोग के सदस्य और हम यहां सुनने आए हैं। मैं उनकी बात सुनूंगा और सरकार को रिपोर्ट दूंगा। यह एक संवैधानिक संस्था है, राजनीतिक संस्था नहीं…कल सुबह 11 बजे राष्ट्रपति को रिपोर्ट भेजूंगा।”
साभार – हिस