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ईडी दफ्तर पहुंची मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक की बेटी
कोलकाता। तकरीबन 21 घंटे की लगातार पूछताछ के बाद ईडी ने शुक्रवार तड़के खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद और जानकारियां सामने आई। ईडी सूत्रों के मुताबिक तीन निजी कंपनियों के जरिए 12 करोड़ छह लाख रुपये का फर्जी शेयर प्रीमियम जमा कराया गया था। ईडी की पूछताछ में राशन भ्रष्टाचार मामले में फंसे कारोबारी बाकिबुर ने बताया कि ज्योतिप्रिय मल्लिक ने उन कंपनियों से भारी कर्ज लिया था। लेकिन उन्होंने वह पैसे नहीं लौटाए। इन कंपनियों के माध्यम से मुख्य रूप से सब्जियां और खाद्यान्न बेचे जाते हैं। ईडी को पता चला है कि मिलों से जब्त किया गया बड़ी मात्रा में आटा इन फर्मों के माध्यम से काले बाजार में बेचा गया था। बाद में जांच से पता चला कि ज्योतिप्रिय मल्लिक की पत्नी और बेटी उन कंपनियों की लीडर हैं।
इसी सूत्र के आधार पर खाद्य मंत्री की पत्नी और बेटी प्रियदर्शिनी मल्लिक पर ईडी की नजर थी। ऐसे में वह रविवार सुबह सीजीओ कॉम्प्लेक्स में नजर आईं। ज्योतिप्रिय की बेटी पेशे से एक शिक्षिका हैं। उनके मुताबिक उनकी सालाना आय तीन लाख से भी कम है। लेकिन फिलहाल बैंक अकाउंट में 3.37 करोड़ रुपये हैं। प्रियदर्शिनी ने पहले ईडी की पूछताछ में बताया था कि उसने ये पैसे ट्यूशन पढ़ाकर कमाए हैं।