नई दिल्ली, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सोमवार को कहा कि लोकप्रिय घोषणाएं करना आसान है लेकिन उन वायदों को पूरा करना कठिन। ऐसी घोषणाओं को रोक पाना भी मुश्किल है। ऐसे में लोगों को जानने का पूरा हक है कि वादे कैसे पूरे होंगे ताकि जनता जागरूक निर्णय ले सके।
दिल्ली में पांच राज्यों के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सवाल उठाया कि चुनाव नजदीक आते ही इस तरह की घोषणाएं क्यों की जाती हैं। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि यह उनका कार्यक्षेत्र नहीं है। जहां तक मुफ्त में समान और सेवाएं देने जैसे वादों का सवाल है, लोगों को यह जानने का हक है कि वादे कब और कैसे पूरे होंगे। इससे जीडीपी पर क्या प्रभाव पड़ेगा। सतत विकास लक्ष्यों पर क्या प्रभाव पड़ेगा और लोगों को कोई अतिरिक्त कर देना होगा या नहीं। चुनावी दलों से चर्चा के दौरान इन सब विषयों पर चर्चा की गई थी और यह सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध हैं।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि जम्मू कश्मीर में सही समय पर सुरक्षा स्थिति को देखते हुए चुनाव कराए जाएंगे। सुरक्षा स्थिति को देखते हुए और अन्य राज्यों के चुनावों के साथ तालमेल बिठाकर केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव कराए जाएंगे।
साभार -हिस