नई दिल्ली, केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय ने कहा है कि डेटाबेस बनाने से सहकारिता की बुनियाद मजबूत होगी। इस दिशा में मंत्रालय तेजी से काम कर रहा है। राष्ट्रीय सहकारी डेटाबेस पर अब तक 08 लाख सहकारी समितियों का डेटा दर्ज किया जा चुका है।
मंत्रालय ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि मंत्रालय चरणबद्ध तरीके से एक व्यापक राष्ट्रीय सहकारी डेटाबेस विकसित कर रहा है। अब तक राष्ट्रीय सहकारी डेटाबेस पर लगभग 08 लाख सहकारी समितियों का डेटा दर्ज किया जा चुका है। इससे देश की अर्थव्यवस्था में सहकारिता की भागीदारी का आकलन होगा। डेटाबेस बनने से सहकारिता की संरचना मजबूत होगी और सहकारिता का मूल आधार तय होने के साथ-साथ अधिक रोजगार का सृजन होगा।
साभार – हिस