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द्धव ठाकरे और महाराष्ट्र कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले की बांद्रा स्थित मातोश्री बंगले पर बैठक हुई
मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार और उनके भतीजे अजीत पवार की मुलाकात के बाद महाविकास आघाड़ी के संभ्रम बढ़ गया है। इसी वजह से रविवार शाम को शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले की बांद्रा स्थित मातोश्री बंगले पर बैठक हुई। इन दोनों नेताओं के बीच करीब ढाई घंटे तक चली बैठक में शरद पवार के रुख पर चर्चा की गई। हालांकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि यह बैठक इंडिया आघाड़ी की मुंबई में होने वाली बैठक की तैयारी के संबंध में थी।
जानकारी के अनुसार, राकांपा से अलग होकर अजीत पवार शिंदे-फड़णवीस सरकार में उपमुख्यमंत्री बन गए हैं। अजीत पवार ने शनिवार को पुणे के कोरेगांव में राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद महाविकास आघाड़ी के सहयोगी दल शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी और कांग्रेस पार्टी के कान खड़े हो गए।
कांग्रेस पार्टी की नेता और पूर्व मंत्री यशोमती ठाकुर ने कहा कि शरद पवार अजीत पवार के बीच हुई बैठक से तीनों दलों के कार्यकर्ताओं में संभ्रम की स्थिति बन गई है। इसलिए शरद पवार को अपनी स्थिति साफ करनी चाहिए। इसी तरह की बयानबाजी उद्धव ठाकरे के खेमे से भी की गई। इसी सिलसिले में रविवार शाम को महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले मातोश्री बंगले पर जाकर उद्धव ठाकरे से मिले। उन दोनों नेताओं के बीच ढाई घंटे तक इसी विषय पर चर्चा हुई।
हालांकि बैठक के बाद नाना पटोले ने पत्रकारों को बताया कि 31 अगस्त और 01 सितंबर को मुंबई में इंडिया आघाड़ी की बैठक है। इस बैठक की तैयारी को लेकर विस्तृत चर्चा की गयी। साथ ही राज्य के राजनीतिक हालात पर भी विस्तार से चर्चा हुई। नाना पटोले ने कहा कि शरद पवार को लेकर फैलाई जा रही गलतफहमी पर भी चर्चा हुई है। हालांकि नाना पटोले ने इस संबंध में उद्धव ठाकरे के साथ हुई चर्चा का ब्योरा पत्रकारों को नहीं दिया है। इसलिए बताया जा रहा है कि इन दोनों नेताओं के बीच महाविकास आघाड़ी के बारे में चर्चा की गई है। इसके परिणाम बहुत जल्द लोगों को पता चल सकेंगे।