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सुरक्षा कर्मियों को बंधक बनाकर दिया घटना को अंजाम
चंडीगढ़, पंजाब के लुधियाना में एटीएम में कैश जमा करने वाली एक कंपनी से सात करोड़ रुपये की लूट हुई है। लुटेरों ने कंपनी में मौजूद सुरक्षा कर्मियों को बंधक बनाकर यह लूटपाट की है। लुटेरों की संख्या करीब दस बताई जा रही है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच के आधार पर पुलिस का दावा है कि घटना में कोई कर्मचारी लिप्त हो सकता है।
जानकारी के अनुसार लुधियाना के राजगुरू नगर में एटीएम में कैश जमा करने वाली सिक्योरिटी कंपनी सीएमएस का कार्यालय है। बीती रात करीब डेढ़ बजे लुटेरों ने यहां धावा बोला और कंपनी में मौजूद पांच सुरक्षा कर्मियों को बंधक बना लिया। इसके बाद चार करोड़ कैश लूटी और ऑफिस के बाहर खड़ी गाड़ी लेकर फरार हो गए। इस गाड़ी में भी तीन करोड़ से अधिक कैश था। इसके साथ लुटेरे सीसीटीवी की डीवीआर भी ले गए।
शुरुआती जानकारी के मुताबिक लुटेरे करीब ढाई घंटे तक लूटपाट करते रहे। उन्होंने सिक्योरिटी गार्ड्स के मोबाइल भी तोड़ दिए। पुलिस ने पूरे इलाके की घेराबंदी करके जांच शुरू की। पुलिस को निकटवर्ती कस्बा मुल्लांपुर से गाड़ी और उसमें से दो पिस्टल बरामद हुए हैं। गाड़ी से कैश गायब था।
बताया जा रहा है कि कंपनी में 2 बदमाश ऑफिस में पिछले गेट से घुसे थे, जबकि 8 बदमाश फ्रंट गेट से अंदर घुसे। इनके पास पिस्टल के साथ तेजधार हथियार भी थे। इनमें एक महिला के होने का भी शक है। सिक्योरिटी गार्ड का कहना है कि लुटेरों में एक आवाज महिला जैसी आई।
संदेह के दायरे में है पूरी घटना
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि लुटेरे कंपनी के ऑफिस से पूरी तरह से परिचित थे। इसीलिए उन्होंने यहां आकर सीसीटीवी कैमरे बंद कर दिए। इसके अलावा सेंसर की तारें भी काट दी, ताकि उनके अंदर घुसने पर कोई अलार्म वगैरह न बजे। इसी वजह से इसका किसी को पता नहीं चला। इस मामले पुलिस ने कैश कंपनी पर भी सवाल खड़े किए हैं। पुलिस का कहना है कि अगर रात दो बजे लूट हुई तो फिर इसकी सूचना सुबह सात बजे क्यों दी गई। हालांकि इस मामले में अभी तक कंपनी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस कमिश्नर मनदीप सिद्धू ने कहा कि कंपनी के ऑफिस में 15-16 कैश वैन खड़ी रहती हैं। कंपनी ऑफिस में बनी चेस्ट में कैश रखा जाता है, लेकिन बीते कल कैश बाहर बॉक्स में ही रखा था। करीब रात डेढ़ बजे लुटेरे कंपनी में घुसे। पुलिस को इसकी जानकारी सुबह सात बजे दी गई। उन्होंने कहा कि कंपनी में 5 सिक्योरिटी गार्ड थे, जिसमें 2 के पास हथियार थे, लेकिन वह बंधक बनाने पर कोई रिएक्ट नहीं कर पाए। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
साभार -हिस