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उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु रक्षा गलियारों में जर्मनी को निवेश करने का न्योता

  •  द्विपक्षीय रक्षा सहयोग, विशेष रूप से औद्योगिक साझेदारी बढ़ाने के लिए हुई बातचीत

  •  रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मानेकशॉ सेंटर पहुंचने पर जर्मन समकक्ष का स्वागत किया

नई दिल्ली,रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और जर्मन संघीय रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस ने मंगलवार को मानेकशॉ सेंटर में द्विपक्षीय वार्ता की। जर्मन संघीय रक्षा मंत्री पिस्टोरियस ने मानेकशॉ सेंटर में तीनों सेनाओं के गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया। राजनाथ सिंह और जर्मनी के रक्षा मंत्री ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग, विशेष रूप से औद्योगिक साझेदारी बढ़ाने के लिए बातचीत की। राजनाथ सिंह ने उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु रक्षा गलियारों में जर्मन निवेश के लिए आमंत्रित किया।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने द्विपक्षीय वार्ता करने के लिए दिल्ली कैंट के मानेकशॉ सेंटर पहुंचने पर जर्मन समकक्ष का स्वागत किया। यहां उन्होंने तीनों सेनाओं के गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक में रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान सहित रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। जर्मन पक्ष की ओर से रक्षा मंत्रालय के राज्य सचिव बेनेडिक्ट जिमर के अलावा वरिष्ठ अधिकारी और भारत में जर्मनी के राजदूत उपस्थित थे। 2015 के बाद से किसी जर्मन रक्षा मंत्री की यह पहली भारत यात्रा है।
राजनाथ सिंह और जर्मनी के रक्षा मंत्री ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग, विशेष रूप से औद्योगिक साझेदारी बढ़ाने के लिए बातचीत की। राजनाथ सिंह ने उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु रक्षा गलियारों में जर्मन निवेश के लिए आमंत्रित किया। रक्षा मंत्री ने उन अवसरों पर प्रकाश डाला, जो उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में दो रक्षा औद्योगिक गलियारों में जर्मन निवेश की संभावनाओं सहित रक्षा उत्पादन क्षेत्र में खुले हैं। राजनाथ सिंह ने जोर देकर कहा कि जर्मनी की उच्च प्रौद्योगिकियों और निवेश के साथ भारत के कुशल कार्यबल और प्रतिस्पर्धी लागत संबंधों को और मजबूत कर सकते हैं। दोनों मंत्रियों ने चल रही द्विपक्षीय रक्षा सहयोग गतिविधियों की समीक्षा की और विशेष रूप से रक्षा औद्योगिक साझेदारी को बढ़ाने के तरीकों की खोज की।
भारत और जर्मनी के बीच 2000 से रणनीतिक साझेदारी है, जिसे सरकारों के स्तर पर 2011 से अंतर-सरकारी परामर्श के माध्यम से मजबूत किया जा रहा है। जर्मन संघीय रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस ने आज सुबह सबसे पहले राष्ट्रीय युद्ध स्मारक जाकर भारतीय सशस्त्र बलों के वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित की। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि पिस्टोरियस दो दिन नई दिल्ली में रहेंगे और वह इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सीलेंस (आई-डेक्स) की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कुछ रक्षा स्टार्टअप से मिलेंगे। वह 7 जून को मुंबई जायेंगे, जहां पश्चिमी नौसेना कमान मुख्यालय और मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड का दौरा करेंगे।
साभार -हिस

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