हरिद्वार, पथरी क्षेत्र के ग्राम धारीवाला निवासी शेर पाल चौहान सहित कुछ ग्रामीणों ने गांव के राशन डीलर और क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी पर राशन की कालाबाजारी को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है।
प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता में उन्होंने कहा कि इस संबंध में उनकी ओर से क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी एवं राशन डीलर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। पथरी थाना क्षेत्र में कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
शेर पाल चौहान पूर्व ग्राम पंचायत सदस्य धारीवाला, शेखर कश्यप, अनुज कश्यप ,अर्जुन आदि ने आरोप लगाया कि गांव के डीलर एवं क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी द्वारा राशन की कालाबाजारी की जा रही है। इस संबंध में उनके द्वारा जब राशन डीलर से आपत्ति जताई गई तो कथित तौर पर राशन डीलर ने कहा कि उसे जहां भी शिकायत करनी हो कर लें, राशन नहीं मिल सकता।
उन्होंने दावा किया कि पिछले डेढ़ साल से उसे राशन नहीं मिल पा रहा है। जबकि उसके पास गरीबी रेखा से नीचे का राशन कार्ड है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में जब-जब उसने सूचना अधिकार के तहत स्टॉक रजिस्टर बुकिंग रजिस्टर आदि की जानकारी मांगी तो राशन डीलर ने पहले गाली गलौज की और जान से मारने की धमकी दी।
उन्होंने बताया कि जब सूचना अधिकार के तहत जानकारी मांगी तो बताया कि दैनिक बिक्री रजिस्टर्ड, दैनिक स्टॉक रजिस्टर आदि ऑफिस ले जाते समय रास्ते में कहीं गुम हो गया। बताया कि इस संबंध में कोर्ट के आदेश पर राशन डीलर जगत सिंह तथा क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी एमएस रावत के खिलाफ प्रभावी धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। बहरहाल पथरी थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। आरोप लगाया कि पिछले डेढ़ साल से उसे सरकार द्वारा दिया जा रहा राशन नहीं मिल रहा है।
राशन डीलर को करीब एक हजार अट्ठारह राशन कार्ड धारकों को सरकार से राशन देने के लिए आता है, जबकि उक्त राशन डीलर केवल 800 राशन कार्ड धारकों को ही अपने दैनिक विक्रय स्तर से राशन देना दर्शाता है। करीब 218 राशन कार्ड धारकों के राशन को वितरित करना ही नहीं दर्शाता है। एपीएल के अधिकांश राशन कार्डों का राशन कालाबाजारी में भेज दिया जाता है।
साभार -हिस