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मंगल, बुध, गुरू, शुक्र और यूरेनस का होगा मिलन, एक कतार में नजर आएंगे पांचों ग्रह
भोपाल, खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले लोगों के लिए आजकल आसमान में बड़ी ही रोचक घटनाएं हो रही हैं। इसी क्रम में मंगलवार, 28 मार्च को शाम के समय आकाश में पंचग्रहों की पंचायत होने जा रही है। इस दौरान मंगल, बुध, गुरु, शुक्र और यूरेनस एक-दूसरे से मिलते हुए नजर आएंगे और पृथ्वी का उपग्रह चंद्रमा इस घटना का साक्षी बनेगा।
आकाश में होने जा रहे ग्रहों की पंचायत के बारे में भोपाल की नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने सोमवार को बताया कि 28 मार्च को सूर्यास्त के तत्काल बाद आकाश में बुध, गुरु, शुक्र और मंगल के अलावा यूरेनस का लगभग 50 डिग्री के छोटे से स्थान में मिलन समारोह होगा। इस दौरान चंद्रमा भी इनका साथ देने के लिए आसमान में मंगल के पास मौजूद रहेगा। इन पांच में से चार ग्रहों को बिना टेलिस्कोप के देखा जा सकेगा।
सारिका ने बताया कि खगोल विज्ञान में इसे प्लेनेटरी अलाईनमेंट कहते हैं। इनमें से बुध (मरकरी) को कुछ ही देर देखा जा सकेगा, क्योंकि यह सूर्य के बहुत पास है। इसके बाद बृहस्पति (जुपिटर) भी अस्त हो जाएगा। इनके ऊपर तेज चमकता हुआ शुक्र (वीनस) नजर आएगा। इसके कुछ ऊपर लाल ग्रह मंगल (मार्स) होगा, जिसका साथ चंद्रमा देगा। इन ग्रहों को बिना किसी यंत्र की मदद से सिर्फ खाली आंख से देखा जा सकेगा, लेकिन मंगल और शुक्र ग्रह के बीच यूरेनस होगा, जिसे सिर्फ टेलिस्कोप की मदद से देखा जा सकेगा।
सारिका ने बताया कि प्लेनेटरी अलाईनमेंट की यह घटना लगभग हर दो साल में होती है, लेकिन इनमें ग्रहों के बीच कोणीय दूरी अधिक होती है। सोशल मीडिया पर इसे बढ़ा-चढ़ा कर प्रस्तुत किया जाता है। इसके बाद अगर आप बहुत ही निकटता में खाली आंखों से ग्रहों का मिलाप देखना चाहते हैं, तो 8 सितम्बर, 2040 का इंतजार करना होगा, जब मंगल, बुध, गुरू, शुक्र और शनि सिर्फ 9 डिग्री के आकाशीय स्थान में घुले-मिले नज़र आएंगे।
सारिका ने बताया कि पृथ्वी से ये ग्रह आपस में मिलन करते भले ही नजर आएंगे, लेकिन एक दूसरे से लाखों-करोड़ों किलोमीटर दूर होंगे। मंगलवार को इनका मिलन होने के समय इनके बीच की दूरी और चमक इस प्रकार होगी।
ग्रह – चमक (मैंग्नीट्यूड) – तारामंडल – पृथ्वी से दूरी
जुपिटर – माइनस 2.1 – मीन तारामंडल – 88 करोड़ 70 लाख किमी
मरकरी – माइनस 1.3 – मीन तारामंडल – 18 करोड़ 29 लाख किमी
वीनस – माइनस 4.0 – मेष तारामंडल – 18 करोड़ 15 लाख किमी
यूरेनस – प्लस 5.8 – मेष तारामंडल – 305 करोड़ 50 लाख किमी
मार्स – प्लस 0.9 – मिथुन तारामंडल – 21 करोड़ 23 लाख किमी
साभार -हिस