नई दिल्ली, कांग्रेस सहित 16 विपक्षी दलों ने बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को पत्र लिखकर अडानी समूह पर लगे आरोपों की जांच करने की मांग की। विपक्षी नेताओं ने उद्योगपति गौतम अडानी पर सरकार के साथ गठजोड़ कर अकूत संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया है।
विपक्षी दलों का कहना है कि जांच एजेंसी इन विषयों से मुंह नहीं फेर सकती और उसे अडानी मामले की जांच करनी चाहिए। विपक्षी दलों ने एक तरफ संसद में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराए जाने की मांग की, वहीं दूसरी ओर उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय के निदेशक को पत्र लिख पूर्ण जांच की मांग की। विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने इस मांग को लेकर विजय चौक से ईडी दफ्तर तक मार्च निकालने की योजना थी। हालांकि पुलिस ने उन्हें बीच रास्ते में ही रोक दिया।
अपने पत्र में विपक्ष के नेताओं ने अडानी पर कई तरह से आरोप लगाए हैं। विपक्ष का कहना है कि अडानी ने ऑप्श और सेल कंपनियों के माध्यम से अपने शेयर की कीमतों को बढ़ाया और अपनी वित्तीय स्थिति को बेहतर दर्शाने की कोशिश की। विपक्ष ने कहा कि अडानी समूह ने गलत तरीके और प्रभाव का इस्तेमाल कर लाभ उठाया है। इसमें धारावी पुनर्विकास झारखंड पावर डिस्काउंट और विशेष आर्थिक गलियारे जैसी नीतियों का इस्तेमाल किया है।
उल्लेखनीय है कि राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के लेटर-हेड पर ईडी को यह पत्र लिखा गया है। पत्र के साथ 16 विपक्षी दलों के नेताओं के हस्ताक्षर भी हैं। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इस पत्र को ट्वीटर पर साझा करते हुए कहा कि कांग्रेस सहित 16 विपक्षी दलों के सांसदों ने अडानी समूह की जांच के लिए ईडी को पत्र लिखा है। इस पत्र को सभी नेता ईडी मुख्यालय जाकर सौंपना चाहते थे, लेकिन उन्हें रोक लिया गया। हालांकि पत्र ईडी को ईमेल के जरिए भेज दिया गया है।
साभार -हिस