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आईएनएस खुखरी के साथ जल समाधि लेने वाले कप्तान मुल्ला को मिला था मरणोपरांत महावीर चक्र
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‘कैप्टन एमएन मुल्ला मेमोरियल आउटस्टैंडिंग स्टूडेंट अवार्ड’ नेवी चिल्ड्रन स्कूल के दो बच्चों को मिलेगा
नई दिल्ली, पाकिस्तान के साथ 1971 के युद्ध में भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस खुखरी के साथ जल समाधि लेने वाले जहाज के कैप्टन महेंद्र नाथ मुल्ला की बेटियों ने अपने पिता के सम्मान में एक ट्रॉफी स्थापित की है। इसे ‘कैप्टन एमएन मुल्ला मेमोरियल आउटस्टैंडिंग स्टूडेंट अवार्ड’ नाम दिया गया है। यह पुरस्कार नेवी चिल्ड्रन स्कूल के दो बच्चों को दिया जाएगा। कप्तान मुल्ला को विशिष्ट वीरता और समर्पण का प्रदर्शन करने के लिए मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया गया था।
भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस खुखरी का पूरा नाम इंडियन नेवल शिप खुखरी था। इस पोत को 1971 में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान 9 दिसम्बर, 1971 की रात को पाकिस्तानी पनडुब्बी पीएनएस हेंगोर ने तारपीडो से नष्ट कर दिया था। यह जहाज दीव के समुद्र तट से 40 नॉटिकल मील की दूरी पर 18 अधिकारियों और 176 नाविकों सहित डूब गया था। जहाज के तत्कालीन कैप्टन कमांडर ऑफीसर महेन्द्र नाथ मुल्ला ने खुद को बचाने के बजाय अपने पूरे चालक दल का साथ निभाया।
उन्होंने अपनी लाइफ जैकेट जूनियर अधिकारी को देकर सभी साथियों के साथ जहाज से उतर जाने का आदेश दे दिया। बाद में कप्तान मुल्ला यह देखने के लिए पुल पर वापस गए कि आगे क्या बचाव अभियान चलाया जा सकता है। इसी दौरान कैप्टन मुल्ला को अपने जहाज के साथ समुद्र की गहराई में नीचे जाते देखा गया था। कैप्टन मुल्ला को विशिष्ट वीरता और समर्पण का प्रदर्शन करने के लिए मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया गया था। जहाज के दोनों कमांडरों मनु शर्मा और लेफ्टिनेंट कुंदनमल को देश का दूसरा सर्वोच्च वीरता पुरस्कार मिला था।
स्वर्गीय कैप्टन महेंद्र नाथ मुल्ला की बेटियों अमिता मुल्ला वट्टल और अंजलि कौल ने दिल्ली के नेवी चिल्ड्रन स्कूल (एनसीएस) में अपने पिता के सम्मान में एक ट्रॉफी की स्थापना की है। एक समारोह के दौरान स्कूल को 1.50 लाख रुपये की राशि और एक रोलिंग ट्रॉफी प्रदान की गई। इस पुरस्कार को ‘कैप्टन एमएन मुल्ला मेमोरियल आउटस्टैंडिंग स्टूडेंट अवार्ड’ नाम दिया गया है। यह ट्रॉफी एनसीएस के दो छात्रों (एक लड़का और एक लड़की) को दी जाएगी, जिनका चयन दृढ़ विश्वास और प्रतिबद्धता के साहस के आधार पर किया गया है।
समारोह में नियंत्रक कार्मिक सेवा और स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) के अध्यक्ष वाइस एडमिरल सूरज बेरी और एसएमसी के उपाध्यक्ष कमोडोर जी रामबाबू (नौसेना शिक्षा) और कर्नल संजीव वट्टल समेत स्कूल के अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।
साभार -हिस