कांग्रेस सदस्यों का कहना था कि स्पष्टीकरण नहीं दिया जाने से अब सदन में बैठने का कोई औचित्य नहीं बनता। कांग्रेस के साथ माकपा, भाकपा, शिवसेना, राजद, सपा और झामुमो ने भी सदन से बहिर्गमन किया।
राज्यसभा में उपसभापति हरिवंश ने स्पष्टीकरण के विषय को नकारते हुए कहा कि मामला बहुत ही संवेदनशील है और इस तरह के संवेदनशील मामलों में स्पष्टीकरण देने की परंपरा नहीं रही है।
हरिवंश की ओर से बयान आने के बाद भी विपक्ष मामले पर चर्चा चाह रहा था लेकिन सरकार ने इसकी अनुमति नहीं दी।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि चीन भारत में घुसपैठ कर रहा है और सरकार चर्चा को तैयार नहीं है। रक्षा मंत्री किसी तरह का स्पष्टीकरण दिये बिना सदन से चले जाते हैं यह देश के लिए अच्छा नहीं है। ऐसे में विपक्ष के लिए सदन में बैठे रहने का कोई औचित्य नहीं था।
साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी देश की सेना के साथ एकजुटता से खड़ी है।
उल्लेखनीय है कि चीन से लगती अरुणाचल सीमा के तवांग सेक्टर में 9 दिसंबर को भारत और चीन की सीमा के बीच में झड़प हुई थी।
साभार-हिस