नई दिल्ली, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान विपक्षी हंगामें की निंदा करते हुए कहा कि प्रश्नसूची में राजीव गांधी फाउंडेशन (आरजीएफ) के विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) लाइसेंस को रद्द करने के संबंध में सवाल होने के नाते कांग्रेस चिंतित थी, इस कारण ही सदन में हंगामा किया गया।
शाह ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा अगर विपक्षी सदस्य अनुमति देते तो वे सदन को बताते राजीव गांधी फाउंडेशन को 2005-2007 के दौरान चीनी दूतावास से 1.35 करोड़ रुपये का अनुदान मिला, जो एफसीआरए के अनुसार उचित नहीं था। इसी कारण नियमानुसार गृह मंत्रालय ने अपना रजिस्ट्रेशन रद्द किया था।
केंद्रीय गृहमंत्री ने आगे कहा कि संसदीय कार्यमंत्री ने पहले ही स्पष्ट कर दिया कि तवांग की घटना पर रक्षामंत्री बयान देंगे। उन्होंने कहा कि दुश्मनों ने एक इंच जमीन पर भी कब्जा नहीं किया है। झड़प के समय जवानों ने वीरता दिखाई है।
चीनी सेना के साथ झड़प की घटना पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज एक अहम बैठक की। इस बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के भी मौजूद होने की चर्चा है। बताया जा रहा कि इस बैठक में तीनों सेना के प्रमुख भी शामिल रहे।
उल्लेखनीय है कि भारतीय और चीनी सैनिकों की अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के निकट एक स्थान पर गत नौ दिसंबर को झड़प हुई, जिससे दोनों पक्षों के कुछ जवान मामूली रूप से घायल हो गए।
साभार-हिस