देहरादून/नई दिल्ली, मुख्यमंत्री ने मंगलवार को संसद भवन में प्रधानमंत्री से मुलाकात कर विकास योजनाओं पर बात की। साथ ही संसद भवन पर हुए आतंकी हमलों के शहीदों को श्रद्धा सुमन भी अर्पित किए।
प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलकर उन्होंने राज्य की तमाम विकास योजनाओं पर विस्तार से बातचीत की है। उन्होंने कहा कि खासतौर में उन्होंने राज्य की जल विद्युत परियोजनाओं की बाधाएं को दूर करने का आग्रह किया है जो केंद्रीय मंत्रालयों में विभिन्न आपत्तियों के कारण अधर में लटकी हुई है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य गठन के बाद राज्य में असीमित ऊर्जा उत्पादन की संभावनाओं को देखते हुए अनेक परियोजनाओं को शुरू किया गया लेकिन इनमें से अनेक योजनाएं विभिन्न मंत्रालयों में छोटी-मोटी आपत्तियों के कारण अटकी पड़ी है। उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि इन परियोजनाओं की बाधाएं दूर करने का मार्ग प्रशस्त करें।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इसके अलावा उन्होंने राज्य में इंटरनेट सेवा की सुविधा पर भी बात की है। उन्होंने कहा कि राज्य के 600 से अधिक गांव ऐसे हैं, जहां तक इंटरनेट सेवा अभी भी नहीं पहुंच पाई है। इसके कारण खासतौर से विद्यार्थियों को भारी नुकसान हो रहा है और उनकी पढ़ाई लिखाई ठीक से नहीं हो पा रही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा राज्य के सीमांत गांवों के विकास की योजनाओं के लिए कुछ गांवों का चयन किया गया।
उन्होंने कहा कि अभी माणा में कार्यक्रम के दौरान सीमांत गांव को प्रथम गांव होने की बात कही गई थी उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि सिर्फ कुछ सीमांत गांवों को ही इस योजना में शामिल न किया जाए बल्कि इस योजना का दायरा अधिक से अधिक सीमांत गांवों तक बढ़ाया जाए।
उन्होंने कहा कि संसद पर हमले की सालगिरह है। उन्होंने भी इस हमले के शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए हैं। सरकार के उच्च सूत्रों के अनुसार सीएम को प्रधानमंत्री ने जी 20 के उन दो कार्यक्रमों के बारे में भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं जो ऋषिकेश और मुनीकी रेती में आयोजित किए जाने हैं। साथ ही बद्रीनाथ और केदारनाथ के विकास कार्यों को हर हाल में 2023 के अंत तक पूरा करने को कहा गया है।
साभार-हिस