कुलगाम, कुलगाम जिले के अहवाटू क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में मारे गए जैश-ए-मोहम्मद के दोनों आतंकी स्थानीय थे। आतंकियों की पहचान मोहम्मद शफी गनई निवासी बटपोरा, मोहम्मद आरिफ वानी निवासी टाकिया गोपालपोरा के रूप में हुई है।
वहीं, मुठभेड़ के दौरान आतंकियों द्वारा की गई गोलीबारी से एक शेड में आग लगने से उसमें रखे गए सिलेंडरों में मुठभेड़ समाप्त होने के बाद भी विस्फोट होते रहे। विस्फोट के कारण क्षेत्र में डर के माहौल को देखते हुए बुधवार को प्रशासन ने क्षेत्र में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी है।
एडीजीपी कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि मंगलवार शाम को कुलगाम के अहवाटू इलाके में मुठभेड़ हुई। अहवाटू इलाके में दो आतंकियों के छिपे होने की सूचना के बाद चलाया गया तलाशी अभियान मुठभेड़ में बदल गया। उन्होंने बताया कि यहां छिपे दोनों आतंकी स्थानीय थे। उन्हें भी हथियार डालने का मौका दिया गया परंतु जब वे भी नहीं माने तो जवाबी कार्रवाई में मारे गए।
सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि अहवाटू में जब आतंकियों के खिलाफ अभियान जारी था तभी आतंकियों द्वारा की गई गोलीबारी में वहां बने एक शेड में आग लग गई। इस आग के कारण वहां रखे गैस सिलेंडरों में भी आग लग गई। शुरुआत में तो पता नहीं चला परंतु आतंकियों के मारे जाने के कुछ ही देर बाद शेड में आग तेजी से फैल गई।
सुरक्षाबल के जवान जब आग पर काबू पाने का प्रयास कर रहे थे तो उसी दौरान एक विस्फोट हुआ जिसमें एक जवान घायल हो गया। घायल जवान को तुरंत 439 फील्ड अस्पताल अवंतीपोरा ले जाया गया, जहां उसका उपचार जारी है। इस दौरान शेड में रखे गैस सिलेंडरों में एक बाद एक विस्फोट होना शुरू हो गए। इन विस्फोटों के कारण इलाके में दहशत का माहौल है।
बुधवार को भी इलाके में तनाव की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने मोबाइल इंटरनेट सेवा को एहतियातन बंद कर दिया है। सुरक्षाबलों का कहना है कि फिलहाल क्षेत्र में शांति बनी हुई है।
साभार-हिस