रांची। झारखण्ड पैसेंर्जरस एसोसिएशन के सचिव प्रेम कटारूका ने कहा कि यात्री गाड़ियों को रद्द करना उचित नहीं है। देश के करोड़ों नागरिक चिकित्सा, शिक्षा, वैवाहिक और विभिन्न जरूरी कार्यो से महीनों पहले अपनी यात्रा को निर्धारित कर आरक्षण कराते हैं। ऐसे में यात्री गाड़ियों को रद्द करना न्याय संगत नहीं है। इन दिनों रेलवे तानाशाही पूर्ण निर्णय लेकर नागरिकों के लिए भारी परेशानियाँ उत्पन्न कर रहा है, जिसका खामियाजा रेलवे को भुगतना पड़ेगा या केन्द्र सरकार के लिए घातक हो सकता है। यह माननीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को समझना चाहिए।
माननीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से आग्रह है कि यात्री गाड़ियों को रद्द करने से बचें। यात्री गाड़ियों के परिचालन के शैड्यूल में थोड़ा परिवर्तन कर परिचालन जारी रखना चाहिए, जिससे यात्रियों को मानसिक, शारीरिक और आर्थिक परेशानियों का सामना न करना पड़े।
Check Also
हाइवे पर आवारा पशुओं की चुनौती से निपटने के लिए एनएचएआई की बड़ी पहल, बनेंगे आश्रय स्थल
एनएचएआई ने मवेशी आश्रयों के निर्माण और रखरखाव के लिए मेसर्स गवर कंस्ट्रक्शन लिमिटेड के …