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जेएनयू की घटना समेत देश के विभिन्न हिस्सों में हुई हिंसा की निंदा की
नई दिल्ली, रामनवमी के अवसर पर जेनएनयू समेत देश के विभिन्न हिस्सों में हुई हिंसा की घटनाओं के विरुद्ध जामिया मिल्लिया इस्लामिया में विभिन्न छात्र संगठनों की तरफ से एक संयुक्त मार्च निकाला गया। यूनिवर्सिटी की हिस्ट्री लॉन से गेट नंबर 8 तक निकाले गए मार्च में लगभग 50 छात्र-छात्राओं ने शिरकत की।
मार्च में शामिल छात्रों का आरोप है कि देश में नफरत का माहौल बनाया जा रहा है। इसमें देश में बढ़ रही हिंसा की घटनाओं की पुरजोर निंदा की गई। साथ छात्रों ने सरकार और प्रशासन के विरुद्ध अपने गम और गुस्से को प्रकट किया गया। प्रदर्शकारी छात्रों ने आरोप लगाया कि देश के कई राज्यों में रामनवमी के जुलूस के बहाने मुस्लिम आबादी को हिन्दू संगठनों के द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। साथ ही मुसलमानों की इबादतगाहों पर भगवा झंडा लगाने और उनको ध्वस्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं। विरोध प्रदर्शन में छात्रों ने जेएनयू में सत्ताधारी राजनीतिक दल के छात्र संगठन एबीवीपी के जरिए गुंडागर्दी के खिलाफ नारेबाजी की।
इस प्रदर्शन में छात्र संगठन एआईआरएसओ, सीएफआई, डीआईएसएससी, एआईएसए और एसआईओ के अलावा अन्य छात्र प्रतिनिधि उपस्थित थे। स्टूडेंट्स इस्लामिक ऑर्गनाइजेशन ऑफ़ इंडिया (एसआईओ) जामिया मिल्लिया इस्लामिया के अध्यक्ष मुसद्दिक मुबीन ने कहा कि देश में बढ़ रहे नफरत के माहौल और मुसलमानों पर हो रही एक के बाद एक अत्याचार की घटनाएं प्रशासन पर प्रश्नचिन्ह लगा रही हैं। पूरे देश में न्यायविरोधी माहौल बना हुआ है। मुसलमानों को तरह-तरह से परेशान किया जा रहा है। हम सब के लिए यह हालात बहुत चिंताजनक है। सरकार से मांग है कि वह मुसलमानों की जान और माल की सुरक्षा सुनिश्चित करे। देश में इस तरह अशांति फैलाने वाले और कानून हाथ में लेने वालों से सख्ती से निपटा जाए। नफरत भरे भाषणों पर रोक लगाई जाए और ऐसा करने वाले अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा जाए।
साभार-हिस