नई दिल्ली, हर वर्ष आठ मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) उन व्यक्तियों को सम्मानित करती है जिन्होंने देश की महिलाओं के हितों के लिए और देश का नाम रौशन करने के लिये काम किया हो। इस वर्ष भी डीसीडब्ल्यू द्वारा मंगलवार को इस अवसर पर एक सेरेमनी का आयोजन किया गया।
डीसीडब्ल्यू द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथियों में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अलावा दिल्ली के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर कैलाश गहलोत, दिल्ली विधान सभा के स्पीकर राम निवास गोयल, परियावरण मंत्री गोपाल राय तथा राज्य सभा सांसद संजय सिंह भी शामिल थे। इसके अलावा दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल और वायु सेना के एयर मार्शल तथा बॉर्डर रोड आर्गेनाइजेशन के डायरेक्टर के साथ साथ कैनेडियन हाई कमिश्नर समेत कई बड़े अधिकारी भी शामिल हुए।
इसके अलावा दिल्ली के कई कैबिनेट मंत्रियों ने भी सेरेमनी में शिरकत की और मौके पर कैनेडियन हाई कमिश्नर कैमरून माइके, डीजी बीआरओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी, वीएसएम और एयर मार्शल के. अनंथरमन मौजूद रहे। जिन्होंने डीसीडब्ल्यू के काम की प्रशंसा की। कार्यक्रम में डिफेंस, खेल, सामाजिक संस्थाओं और आम नागरिकों को उनके शानदार कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। इस वर्ष डीसीडब्ल्यू द्वारा 64 ऐसे अवॉर्ड दिए गए।
वहीं अवॉर्ड सेरेमनी को संबोधित करते हुए डीसीडब्ल्यू की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने कहा, ‘‘दिल्ली महिला आयोग ने पिछले पांच साल के अभूतपूर्व और अविश्वसनीय कार्य करके दिखाया है। डीसीडब्ल्यू ने पिछले पांच साल में 1.23 लाख से भी ऊपर मामलों की सुनवाई की, 15 लाख से भी ज्यादा कॉल अपनी 181 हेल्पलाइन पर अटेंड किए और अनगिनत बच्चियों, महिलाओं को अलग अलग जगहों से रेस्क्यू करवाया है।
डीसीडब्ल्यू अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर देश की हर महिला को सलाम करता है, हर व्यक्ति को सलाम करता है जो महिलाओं के हितों के लिए काम कर रहे हैं। हमारी जंग जारी है और हमारा लक्ष्य है दिल्ली और देश की हर महिला को एक सुरक्षित वातावरण देना।”
डीसीडब्ल्यू प्रवक्ता राहुल ने बताया कि सम्मान हासिल करने वाले मुख्य चेहरों में टोक्यो ओलंपिक में अपने खेल से पूरी दुनिया को लुभाने वाली भारतीय हॉकी टीम की सदस्य नामित टूपो और राजानी एतिमारपु शामिल थे।
इसके साथ गलवांन में शहीद हुए बिहार रेजीमेंट की शान दीपक सिंह की पत्नी रेखा देवी को भी डीसीडब्ल्यू ने सम्मानित किया,जोकि अब स्वयं जल्द ही डिफेंस फोर्सेज का हिस्सा बनने जा रहीं हैं।
इसके इलावा मुख्य चेहरों में 73वे गणतंत्र दिवस पर नौसेना की टुकड़ी की अगवाई करने वाली नौसेना की कमांडर अंचल शर्मा भी शामिल थी। जिनके नृतीत्व में नौसेना को सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दस्ते का भी सम्मान मिला। दिल्ली पुलिस के भी कई दबंग अफसरों को सम्मानित किया गया। जिसमें प्रमुख नाम हेड कांस्टेबल ज्योति देवी का था जिन्होंने बीते वर्ष में अलग-अलग राज्यों में जाकर 130 से अधिक गुमशुदा बच्चों को ढूंढा निकाला। इसके अतिरिक्त और भी कई डिफेंस तथा अन्य क्षेत्र से जुड़ी महिलाओं को सम्मानित किया गया।
डीसीडब्ल्यू ने कई बुर्जुग महिलाओं को भी उनके जज्बे के लिए पुरुस्कार दिया। जिसमें 81 साल की राम बेटी और 89 साल की शांताबाई देवी शामिल थी। 81 साल की राम बेटी जोकी विकलांग है और खुद काम कर अपने दो पोतों की पढ़ाई तथा अन्य जरूरतों को पूरा कर रही हैं।
डीसीडब्ल्यू की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने राम बेटी से कई बार मुलाकात करी और उनकी समास्यों का निवारण करने हेतु एक पब्लिक फंड रेजर भी करवाया। जिसमें कई लोगों ने आगे आकर अपना महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। वही दूसरी ओर 89 साल की शांताबाई इस उम्र में भी खुद साइकिल चला कर 22 किलोमीटर की दूरी तह कर रोजाना काम पर जाति हैं। उनकी इस हिम्मत और हौसले के लिए डीसीडब्ल्यू ने उनका अभिनंदन किया।
वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली पुलिस, नेवी, एयर फोर्स, बीआरओ और आर्मी के जवानों को अवॉर्ड दिलवाकर सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री ने दो 17 वर्षीय बच्चियों का भी सम्मान किया जो आज दिल्ली सरकार के एंटरप्रेन्योर प्रोग्राम बिजनेस ब्लास्टर्स के तहत एक कामयाब व्यवसाय चला रही हैं। इस प्रोग्राम का लाभ उठा कर 17 वर्षीय योगिता ने अपना कपड़ो का कारोबार शुरू किया जिसमें आज उसके साथ 60 से अधिक महिलाएं जुड़ी हैं । जिसमें 10 से अधिक महिलाएं दिल्ली से बाहर की भी हैं।
इंस्टाग्राम की बड़ी सेलिब्रिटी प्राजक्ता कोली और भारत की पहली मिसेज इंडिया बनने वाली डॉक्टर अदिति गोवित्रिकर को भी डीसीडब्ल्यू द्वारा सम्मानित किया गया। आयोग द्वारा इसरो की भी तीन वरिष्ठ विज्ञानिको को भी सम्मानित किया गया,जिन्होंने भिन-भिन इसरो अभियानों में अपना विशेष योगदान दिया जिसमें चंद्रयान और मंगलयान अभियान शामिल हैं।
डीसीडब्ल्यू ने एसिड अटैक सर्वाइवर रेशमा क्वेरेशी को भी सम्मनित किया जिन्होंने इतना सब कुछ झेलने के बावजूद भी हिम्मत नहीं हरी और अपना फैशन जगत में नाम बनाया। रेशमा न्यू यॉर्क फैशन वीक का हिस्सा रह चुकी हैं और साथ ही वो सोशल मीडिया पर एक जाना माना चेहरा हैं,जोकि समाज से जुड़ी समस्यों पर सोशल मीडिया के जरिए अपने भाव रखती हैं।
पिछले साल हुए दंगों में बबली नमक महिला ने गहरी सूझ बूझ दिखाते हुए दो मासूम बच्चों की जान बचाई थी। बबली ने बच्चों को अकेला देख उन्हे अपने घर में आश्रय दिया और उनकी रखवाली के लिए दो दिन पहरा देती रहीं। आयोग द्वारा बबली को उसके इस कार्य के लिए सम्मानित किया गया।
आगे डीसीडब्ल्यू द्वारा दो ट्रांसजेंडर एक्टिविस्ट को भी सम्मानित किया गया जिनमें से मुख्य चेहरा रहीं महाराष्ट्र की रहने वाली गौरी सावंत और ट्रांसजेंडर मॉडल नाज जोशी। गौरी सावंत ने अपनी सारी जिंदगी ट्रांसजेंडरों के हक की लड़ाई लिये लगाई तथा उनके ही प्रयासों से सुप्रीम कोर्ट ने ट्रांसजेंडर को तीसरा लिंग वर्ग घोषित किया था।
वही नाज का जीवन संघर्ष से भरा हुआ रहा और भेद भाव कदम कदम पर मिला, लेकिन उन्होंने कभी हिम्मत नही हारी। आज नाज फैशन जगत का एक जाना माना नाम है और भारत की पहली ट्रांसजेंडर ब्यूटी क्वीन भी हैं।
साभार-हिस