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अंतरराष्ट्रीय एयरोस्पेस में पहचान बनाने के लिए कई बड़ी कंपनियां भी शामिल होंगी
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इंडोनेशिया, सिंगापुर, अमेरिकी एयर फ़ोर्स और मरीन कॉर्प्स के विमान भी हिस्सा लेंगे
हर दो साल में होने वाले सिंगापुर एयर शो में उच्च-स्तरीय सरकार और सैन्य प्रतिनिधिमंडल के साथ ही दुनिया भर के वरिष्ठ कॉर्पोरेट अधिकारी भाग लेते हैं। एविएशन क्षेत्र में साझेदारी बनाने और सौदों को डील करने के लिए इसे एशिया के सबसे बड़े एयर शो के रूप में जाना जाता है। अंतरराष्ट्रीय एयरोस्पेस और रक्षा बाजार में अपनी पहचान बनाने के लिए अग्रणी एयरोस्पेस कंपनियां उत्सुक हैं। यह आयोजन अपने उच्च स्तरीय सम्मेलन, मंचों और सह-स्थित कार्यक्रमों के माध्यम से उद्योगों के लिए एक अनूठा मंच साबित होगा। द्विवार्षिक सिंगापुर एयरशो में सरकार और सैन्य प्रमुख वैश्विक एयरोस्पेस, रक्षा क्षेत्र के हितों को आगे बढ़ाने के लिए संवाद में योगदान देने, विचारों का आदान-प्रदान करने और रणनीतियों की तलाश करने के लिए यहां इकट्ठा होंगे।
सिंगापुर में 15 से 18 फरवरी तक प्रतिदिन एयर शो भी होगा जिसमें इंडोनेशियाई वायु सेना जुपिटर एरोबेटिक्स टीम, रिपब्लिक ऑफ सिंगापुर एयर फ़ोर्स, यूनाइटेड स्टेट्स एयर फ़ोर्स, यूनाइटेड स्टेट्स मरीन कॉर्प्स भी हिस्सा लेंगे। प्रतिदिन एयर शो के लिए अलग-अलग समय निर्धारित किया गया है। भारतीय वायु सेना का स्वदेशी बहुद्देशीय लड़ाकू विमान एलसीए तेजस भी प्रतिदिन एयर शो में हिस्सा लेकर हवाई प्रदर्शन करेगा। भारतीय वायुसेना के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने मल्टीरोल लाइट फाइटर एलसीए तेजस का निर्माण किया है। तेजस समकालीन सुपरसोनिक लड़ाकू विमानों की अपनी श्रेणी में सबसे छोटा और हल्का है। अत्याधुनिक एवियोनिक्स और अद्वितीय डबल डेल्टा डिजाइन के साथ यह दुनिया के सबसे अधिक मांग वाले लड़ाकू विमानों में से एक है।
इसके अलावा निजी क्षेत्र की विमानन कंपनियों में एयरबस का ए 350-1000 विमान प्रदर्शन करेगा। यह दुनिया का सबसे आधुनिक और 300-410 सीट श्रेणी में एकमात्र क्लीन शीट डिज़ाइन वाला विमान है, जिसमें अत्याधुनिक तकनीकों और वायुगति की हैं। विमान ने कई परीक्षणों में भाग लिया है और अधिकतम पेलोड के साथ उड़ान भर सकता है। एयरशो में भाग लेने वाला यूनाइटेड स्टेट्स मरीन कॉर्प्स का एफ-35 विमान बहु-भूमिका वाला है जिसे लॉकहीड मार्टिन ने निर्मित किया है। इसका इस्तेमाल यूनाइटेड स्टेट्स नेवी, यूनाइटेड स्टेट्स एयर फ़ोर्स के साथ-साथ यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया, इटली, इज़राइल, जापान, नॉर्वे और नीदरलैंड की वायु सेना और नौसेना करती हैं।
साभार-हिस