भोपाल, कालीचरण महाराज की मध्यप्रदेश के खजुराहो से हुई गिरफ्तारी को लेकर मध्यप्रदेश के गृहमंत्री और छत्तीसगढ़ सरकार के बीच तकरार जारी है। प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के उस सवाल का जवाब दिया है, जिसमें उन्होंने पूछा था कि आप कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी से खुश हैं या नहीं?
मध्यप्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने भूपेश बघेल के सवाल का जवाब देते हुए कहा है कि जो कालीचरण महाराज ने किया था वो आपत्तिजनक था और जो छत्तीसगढ़ पुलिस ने किया है, वह भी आपत्तिजनक है। उन्होंने कहा कि संघीय नियम बिल्कुल इसकी इजाजत नहीं देता है । यह इंटरस्टेट प्रोटोकाल का उल्लंघन है। मध्यप्रदेश पुलिस को बिना जानकारी दिए गिरफ्तारी करना गलत है।
डॉ. मिश्रा ने कहा कि मैंने मध्यप्रदेश के डीजीपी को निर्देश दिए हैं कि छत्तीसगढ़ के डीजीपी से इसको लेकर बात करें। डॉ. मिश्रा ने ट्वीट करके कहा कि भूपेश बघेल जी हमें आपके तरीके पर आपत्ति है। जो गलत है हम उसे ही गलत कह रहे हैं। रात के तीन बजे सर्द रात में किसी के घर में घुसकर उसे पकड़ लाओ। जैसे किसी कुख्यात अपराधी को पकड़ रहे हों, नक्सलाइट को पकड़ रहे हो। नक्सलाइट तो पकड़े नहीं जा रहे हैं, एक बाबा को पकड़ने के लिए आपने तरीका गलत अपना लिया।
उन्होंने कहा कि पहले थाने को बताना था, इस तरह से अंतरराज्यीय भावना के साथ खेल रहे हो आप। ना बाद में बताया ना पहले बताया। ट्विटर से आप सूचना दे रहे हो, मैं इस तरीके को अच्छा नहीं मानता। किसी कुख्यात अपराधी को पकड़ रहे थे क्या ? प्रथम दृष्टया जो केस लगाया वह जमानती थे, बाद में धाराएं बढ़ा दी। आप सूचना देकर भी बुला सकते थे, ऐसे आडंबर क्यों रचा कि राष्ट्रीय समाचार बन जाए ? मैं स्पष्ट कह रहा हूं कालीचरण महाराज ने जो कहा वह गलत है, इन्होंने जो किया वह भी गलत है।
वहीं, इस मामले को लेकर छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा किसी संघीय प्रक्रिया का उल्लंघन नहीं किया गया है। नरोत्तम मिश्रा को तो हमें सहयोग करना चाहिए। किसी अपराधी को बचाने की कोशिश नहीं होनी चाहिए। प्रदेश कांग्रेस के नेता केके मिश्रा ने ट्वीट कर कहा कि साधु के आवरण में शैतान कालीचरण की छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा की गई गिरफ्तारी पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है।
साभार-हिस