शाहजहांपुर/नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को शाहजहांपुर की धरती से पिछली अखिलेश सरकार के कामकाज की नीति और रीति पर सीधा निशाना साधा। उन्होंने सपा पर माफियाओं, अपराधियों को प्रश्रय देने का आरोप लगाते हुये कहा कि कुछ दलों को देश की विरासत और विकास से दिक्कत होती है।
इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री ने इशारों ही इशारों में सपा मुखिया पर हमले की धार को तेज करते हुए कहा कि उन्हें काशी में बाबा विश्वनाथ धाम के पुर्ननिर्माण से भी परेशानी है।
प्रधानमंत्री ने गंगा एक्सप्रेस-वे के शिलान्यास के अवसर पर आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए योगी सरकार के साढ़े चार वर्ष के कामकाज का ब्यौरा पेश किया। लगे हाथ उन्होंने जनता की नब्ज भांप विपक्षी दलों पर शब्दबाण भी चलाए। मोदी ने पूर्ववर्ती सरकार के कामकाज के तरीकों पर सवाल उठाते हुए कहा कि वर्ष 2017 से पहले की सरकार में माफियाओं का बोलबाला था। प्रदेश में शाम होते ही लोग घरों को लौट जाते थे, क्योंकि अंधेरे में लूट-मार और चोरी की घटनाओं का भय हर वक्त सताता था। मोदी ने कहा, “योगी जी के नेतृत्व में यहां सरकार बनने से पहले, पश्चिम यूपी में कानून-व्यवस्था की क्या स्थिति थी, इससे आप भलीभांति परिचित हैं। पहले यहां क्या कहते थे? दिया बरे तो घर लौट आओ! क्योंकि सूरज डूबता था, तो कट्टा लहराने वाले सड़कों पर आ धमकते थे।”
बाहुबली मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद सरीखे माफियाओं से समाजवादी पार्टी की निकटता का जिक्र किये बिना इशारों ही इशारों में मोदी ने कहा कि जो लोग माफियाओं को संरक्षण देते हैं वे माफिया की ही भाषा बोलते हैं। किंतु, योगी सरकार ने इन माफियाओं पर नकेल कसने का काम किया है। उन्होंने मेरठ के सोतीगंज में चोरी की गाडि़यों की कटाई का जिक्र करते हुए कहा कि पिछली सरकार उस माफिया पर कार्रवाई से डरती थी, किंतु योगी की दमदार सरकार ने उसको भी पूरी तरह बंद कर दिया। प्रधानमत्री ने कहा कि यही कारण है कि उत्तर प्रदेश की जनता अब कह रही है, “ यूपी प्लस योगी, बहुत है उपयोगी।
प्रधानमंत्री यहीं नही रूके,उन्होंने अखिलेश यादव के बीते दिनों दिए एक बयान पर संयम से पलटवार करते हुए कहा कि कुछ राजनीतिक दल ऐसे रहे हैं जिन्हें देश की विरासत से भी दिक्कत है और देश के विकास से भी। देश की विरासत से दिक्कत क्योंकि इन्हें अपने वोटबैंक की चिंता ज्यादा सताती है और देश के विकास से दिक्कत इस कारण क्योंकि गरीब की, सामान्य मानवी की इन पर निर्भरता दिनों-दिन कम हो रही है । उन्होंने इसको विस्तार देते हुए कहा कि हाल ही में काशी में बाबा विश्वनाथधाम के पुर्ननिर्माण कार्य से भी कुछ दलों के नेताओं की परेशानी सामने आई। क्योंकि इससे उनको वोट बैंक की चिंता सता रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे दल गंगा की सफाई, आतंक के आकाओं के खिलाफ सेना की कार्रवाई पर सवाल उठाते हैं। ये वही लोग हैं जो भारतीय वैज्ञानिकों की बनाई मेड इन इंडिया कोरोना वैक्सीन को कठघरे में खड़ा कर देते है और अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बनने से दिक्कत है।
दरअसल, हाल ही में काशी विश्वनाथ धाम के पुनर्निमाण के लोकार्पण के दौरान प्रधानमंत्री के काशी में दो दिनों तक ठहरने को लेकर अखिलेश यादव ने एक तल्ख बयान दिया था जिसकी काफी आलोचना भी हुई।
मोदी ने कहा कि सरकारें पहले भी आती-जाती रहती हैं, देश के विकास का उत्सव हम सभी को खुले मन से मनाना चाहिए।
साभार-हिस