भोपाल, मध्य प्रदेश में दिसंबर महिने की शुरूआत मौसम में बदलाव के साथ शुरू होगी। दो दिन बाद बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बन रहे सिस्टम के चलते प्रदेश में मौसम के मिजाज बदलने के संकेत मिल रहे हैं। इसके चलते कहीं कहीं बारिश और बादल छा सकते हैं, जिसकी वजह से कई जिलों में बौछारें पडऩे के आसार बने हुए हैं।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी दो दिन तक हल्की ठंड बनी रहेगी। इसके बाद एक साथ तीन सिस्टम बन गए हैं। जिसके असर से दो दिसंबर से बारिश का दौर शुरू होगा। इसके बाद राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के कई जिलों में बादल छाने लगेंगे। इससे न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी। वहीं बादल भी छाने लगेंगे। साथ ही मध्यप्रदेश के कई जिलों में बारिश भी हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार पांच दिनों तक बारिश होगी। इससे दिन में कड़ाके की ठंड आएगी और रात में तापमान में बढ़ोतरी हो दर्ज होगी। कोहरा भी छाएगा।
बन रहे है तीन सिस्टम
जम्मू कश्मीर से पश्चिमी विक्षोभ गुजरने वाला है। इसके असर से राजस्थान में चक्रवातीय घेरा विकसित होगा। इस चक्रवातीय घेरे के कारण ग्वालियर चंबल संभाग का मौसम बिगड़ जाएगा। बारिश के आसार बनेंगे। इसके अलावा अरब सागर में चक्रवातीय घेरा बन चुका है। यह 48 घंटे में कम दबाव में बदलकर उत्तर की ओर बढ़ेगा। गुजरात तट से टकरा कर पश्चिमी मध्य प्रदेश में सक्रिय होगा। इस सिस्टम से नमी आएगी। यह नमी ग्वालियर में बारिश कराएगी। 2 दिसंबर से इसका असर दिखने लगेगा। पश्चिमी विक्षोभ भी नमी पहुंचाएगा। इसके बाद अरब सागर का असर खत्म होते ही बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन जाएगा। इसके असर से पूर्वी मध्य प्रदेश में बारिश शुरू होगी। जैसे-जैसे यह सिस्टम आगे बढ़ेगा, वैसे बारिश की संभावना मजबूत हो जाएगी। ग्वालियर में पांच दिसंबर से इस सिस्टम के असर से बारिश शुरू हो जाएगी। इन सिस्टम के गुजर जाने के बाद बारिश का दौर थमेगा। शहर में कोहरे के साथ ठंड की शुरुआत होगी।
साभार-हिस