मुंबई, महाराष्ट्र के संसदीय कार्यमंत्री अनिल परब ने बताया कि विधानमंडल का शीतकालीन अधिवेशन मुंबई में 22 दिसंबर से शुरू होगा और यह 28 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान 12 विधेयक पेश किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए अधिवेशन की अवधि बढ़ाई भी जा सकती है।
अनिल परब ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि विधानमंडल की कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में विधानमंडल का शीतकालीन अधिवेशन 22 दिसंबर से शुरू करने का निर्णय लिया गया है। अधिवेशन के दौरान 24 दिसंबर को फिर से कार्यमंत्रणा समिति की बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें मौजूदा परिस्थितियों को देखकर अधिवेशन की कार्यावधि के विस्तार पर निर्णय लिया जा सकता है। फिलहाल अधिवेशन को अभी 28 दिसंबर तक चलाने का निर्णय लिया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार जनता के प्रश्रों से पलायन करने के लिए अल्प समय का अधिवेशन आयोजित कर रही है। राज्य सरकार को जनता से जुड़े सवालों से कोई लेना-देना नहीं है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 1953 में हुए नागपुर समझौते के अनुसार, विदर्भ अंचल के इस जिले को महाराष्ट्र की उप राजधानी का दर्जा प्राप्त है। समझौते के तहत नागपुर में हर साल राज्य विधानमंडल का एक सत्र आयोजित करना जरूरी है। हालांकि इसमें यह स्पष्ट नहीं है कि यह सत्र बजट, मानसून और शीतकालीन सत्र में से कौन सा होगा। समझौते के बाद से अमूमन हर साल शीतकालीन अधिवेशन नागपुर में होता रहा है, लेकिन पिछले वर्ष कोरोना महामारी की वजह से शीतकालीन अधिवेशन नागपुर में नहीं आयोजित हुआ था। राज्य सरकार ने इस साल भी नागपुर में शीतकालीन अधिवेशन आयोजित नहीं करने का निर्णय किया है, जिसका मुख्य विपक्षी दल भाजपा और सत्तारूढ़ कांग्रेस के विधायकों ने विरोध किया है।
साभार-हिस