उपराष्ट्रपति ने अपने शुभकामना संदेश में कहा, सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी अपने सदाचारी जीवन के माध्यम से सत्य, करुणा और नेकी की प्रतिमूर्ति थे। उनकी दिव्य शिक्षाएं हमें नेकी के मार्ग पर चलने तथा जाति, संप्रदाय या धर्म से हटकर सभी मनुष्यों के प्रति आदर भाव रखने के लिए प्रेरित करती रहेंगी।
उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी ने हमें नैतिकता के रास्ते पर चलना भी सिखाया। वे भारत के उदात्त आध्यात्मिक लोकाचार के एक यशस्वी प्रचारक थे जिन्होंने आम आदमी को आध्यात्मिकता से जोड़कर सही मायनों में धर्म को जन-जन तक पहुंचाया।
साभार-हिस
![](https://indoasiantimes.com/wp-content/uploads/2019/12/venkaiya-nayadu-660x330.jpg)