नारायण राणे ने शुक्रवार को मुंबई में पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वजह से शिवसेना के 56 विधायक चुने गए थे, लेकिन उन्होंने सिर्फ मुख्यमंत्री बनने के लिए भाजपा से गद्दारी की। मुख्यमंत्री बनने के बाद उद्धव मंत्रालय जाते ही नहीं। सिर्फ मातोश्री बंगले में बैठकर किस तरह का काम कर रहे हैं, यह सबको पता है। राणे ने राकांपा अध्यक्ष शरद पवार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वे बहुत लाचार हो गए हैं। शरद पवार को सोनिया गांधी ने पार्टी से निकाल दिया था। शिवसेना के मुखपत्र में शरद पवार को निम्न स्तर पर आरोप लगाए थे, लेकिन अब लाचार शरद पवार कांग्रेस एवं शिवसेना के साथ हैं।
केंद्रीय मंत्री राणे ने कहा कि शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत हमेशा केंद्र सरकार पर सवाल खड़ा करते हैं। दिल्ली में 303 सांसद सिर्फ भाजपा के हैं, दिल्ली पर अगर सवाल खड़ा करेंगे तो उनकी खैर नहीं। राणे ने संजय राऊत को चुनौती दी कि कल उनको भी भाजपा में शामिल होना पड़ सकता है, इसलिए सोच-समझ कर बात करें। राणे ने कहा कि दादरा एवं नगर हवेली संसदीय सीट जीतने का पूरा श्रेय कला बेन डेलकर को है। शिवसेना नाहक इसे अपनी विजय बता रही है।
साभार-हिस
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