नई दिल्ली, देश में बच्चों की वैक्सीन जायकोव डी की कीमत पर जल्दी ही फैसला लिया जा सकता है। मंगलवार को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया कि बच्चों की वैक्सीन जायकोव डी की कीमत के संदर्भ में चर्चा की जा रही है। जायकोव डी का उत्पादन तेजी से चल रहा है, कीमतें तय होने के बाद इसे भी टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जायकोव-डी देश में स्वीकृत छठी वैक्सीन है और दूसरी स्वदेशी वैक्सीन है। यह आत्मनिर्भर भारत एवं मैक इन इंडिया के विजन को पूरा करेगी।
जायकोव डी दुनिया की पहली डीएनए वैक्सीन
जायकोव-डी की सबसे खास बात यह है कि यह दुनिया की पहली डीएनए प्लाजमिड वैक्सीन होगी। देश में लग रही कोरोना की बाकी वैक्सीन से अलग जायकोव-डी तीन डोज में दी जाएगी। खास बात यह है कि जायकोव-डी बगैर सुई के दी जाएगी। यह इंजेक्टर के जरिये दी जाएगी, जिससे दर्द न के बराबर होगा। यह टीका 12 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों को दी जानी है। यह 12-18 साल के वायु वर्ग वालों के साथ बड़ों को भी लग सकेगी। देश में अभी सिर्फ 18 साल से अधिक उम्र के लोगों का ही टीकाकरण हो रहा है।
साभार-हिस