नई दिल्ली, केन्द्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने मंगलवार को कहा कि भारत अपने प्रत्येक प्रमुख बंदरगाह पर कुल बिजली मांग में नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी को 60 प्रतिशत तक बढ़ाएगा। आईएमओ-नॉर्वे ग्रीन वॉयज 2050 परियोजना पर उच्च स्तरीय सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि साल 2030 तक आधे से ज्यादा बंदरगाहों के उपकरणों का विद्युतीकरण किया जाएगा। बंदरगाहों ने साल 2030 तक प्रति टन कार्गो को 30 प्रतिशत तक कार्बन उत्सर्जन को कम करने का भी लक्ष्य रखा गया है।
सोनोवाल ने कहा कि, 2021-2030 की अवधि के लिए पेरिस समझौते के तहत भारत भी राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (एनडीसी) में शामिल हैं। हमें साल 2030 तक अपने सकल घरेलू उत्पाद की उत्सर्जन तीव्रता को 33 से 35 प्रतिशत तक कम करना है। लगभग 40 प्रतिशत तक इन लक्ष्यों को हासिल करने की राह पर देश है और इसमें 24.5 फीसदी लक्ष्य पहले ही हासिल कर चुका है। विश्व स्तर पर, आज भारत बिजली क्षमता में चौथे, पवन ऊर्जा में चौथे और सौर ऊर्जा क्षमता में पांचवें स्थान पर है।
साभार-हिस