जयपुर, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू 26 सितंबर को पांच दिवसीय दौरे पर राजस्थान आ रहे हैं। यात्रा के पहले चरण में उपराष्ट्रपति जैसलमेर जाएंगे। जैसलमेर की दो दिवसीय यात्रा के दौरान उपराष्ट्रपति सबसे पहले रविवार को तनोट माता के प्रसिद्ध मंदिर में दर्शन करने जायेंगे और वहां स्थित विजय स्तम्भ पर अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
भारतीय सेना इस वर्ष को 1971 के भारत-पाक युद्ध के स्वर्णिम विजय वर्ष के रूप में मना रही है। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति भारतीय सेना और सीमा सुरक्षा बल के जवानों और अधिकारियों का मनोबल बढ़ाने राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा करेंगे और जैसलमेर में सैनिक सम्मेलन को संबोधित करेंगे। जैसलमेर की दो दिवसीय यात्रा के दौरान उपराष्ट्रपति सबसे पहले 26 सितंबर को तनोट माता के प्रसिद्ध मंदिर में दर्शन करने जायेंगे और वहां स्थित विजय स्तम्भ पर अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
तनोट माता मंदिर जैसलमेर से 120 किलोमीटर दूर पाकिस्तानी सीमा के समीप स्थित है। 1971 भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद इस मंदिर को विशेष पहचान मिली है जब पाकिस्तान द्वारा मंदिर पर अनेक गोले दागे जाने के बाद भी मंदिर को कोई नुकसान नहीं हुआ। इस मंदिर की व्यवस्था और पूजा-अर्चना सीमा सुरक्षा बल के जवान ही करते हैं।
इसके पश्चात नायडू ऐतिहासिक लोंगेवाला युद्ध स्थल पर जायेंगे। लोंगेवाला युद्ध स्मारक का निर्माण ठीक उसी जगह पर किया गया है जहां 1971 के भारत-पाक युद्ध की सबसे प्रसिद्ध लड़ाई लड़ी गई थी। 4 दिसंबर 1971 की रात को लड़ी गयी इस जंग में मेजर कुलदीप सिंह चांदपुरी के नेतृत्व में मुठ्ठी भर भारतीय जवानों ने अपने से तीस गुनी बड़ी पाकिस्तानी सेना की बख्तरबंद टुकड़ी को रात भर आगे बढ़ने से रोके रखा। इस युद्ध स्मारक में बंकरों, बारूदी सुरंगों और बर्बाद टैंकों की मदद से लोंगेवाला के युद्ध का सजीव चित्रण किया गया है। सेना के वरिष्ठ अधिकारी उपराष्ट्रपति को लोंगोवाला के इस प्रसिद्ध युद्ध के बारे में ब्रीफिंग देंगे।
इसके बाद वे थार के प्रसिद्ध रेत के टिब्बे देखने जाएंगे और वहां सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होकर स्थानीय कलाकारों का उत्साहवर्धन करेंगे। उपराष्ट्रपति भारतीय संस्कृति और लोक परंपराओं के बड़े पक्षधर रहे हैं और सदैव इनके संरक्षण और प्रोत्साहन की बात करते रहे हैं। इसके अगले दिन नायडू जैसलमेर युद्ध म्युजियम जाएंगे और वहां भारतीय सेना के जवानों और अधिकारियों से संवाद करेंगे। इसके बाद वे सीमा सुरक्षा बल के जवानों के सैनिक सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
उपराष्ट्रपति 27 सितंबर को जोधपुर पहुंचेंगे और पर्यटन दिवस के अवसर पर जोधपुर के प्रसिद्ध मेहरानगढ़ किले को देखेंगे तथा वहां के स्थानीय लोक कलाकारों से रूबरू होंगे। इसके अगले दिन नायडू आईआईटी जोधपुर में “जोधपुर सिटी नॉलेज एंड इनोवेशन क्लस्टर” का शुभारंभ करेंगे। साथ ही वे ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऑफ थिंग्स’ (एआईओटी) प्रयोगशाला की नींव भी रखेंगे। इसके बाद वे आईआईटी जोधपुर के छात्रों और शिक्षकों के साथ संवाद करेंगे। उपराष्ट्रपति की देश की युवा पीढ़ी से मिलने, उनके विचार जानने और उन्हें राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरित करने में गहरी रुचि है, इसी कारण वे देश के विभिन्न शिक्षण और वैज्ञानिक संस्थानों का नियमित दौरा करते हैं।
अपने जोधपुर प्रवास के दौरान उपराष्ट्रपति राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र द्वारा लिखी गई पुस्तक “संविधान संस्कृति और राष्ट्र” का विमोचन भी करेंगे। वे 29 सितंबर को सीमा सुरक्षा बल के जोधपुर मुख्यालय का दौरा करेंगे और वहां अधिकारियों के साथ संवाद करेंगे।
साभार-हिस