भोपाल, केंद्रीय सूचना प्रसारण राज्य मंत्री एल. मुरुगन ने मंगलवार को राजधानी भोपाल पहुंचकर मध्यप्रदेश से राज्यसभा की एक सीट पर होने जा रहे उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केन्द्रीय मंत्री मुरुगन को नामांकन दाखिल करने पर शुभकामनाएं दी हैं, वहीं मप्र से उन्हें राज्यसभा उम्मीदवार बनाए जाने पर पार्टी हाईकमान का आभार व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री चौहान ने ट्वीट के माध्यम से कहा है कि मध्यप्रदेश से राज्यसभा सीट के लिए नामांकन दाखिल करने पर एल. मुरुगन जी को शुभकामनाएं! पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा एवं केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी के हम आभारी हैं कि उन्होंने मुरुगन के रूप में अत्यंत सुयोग्य व समर्पित कार्यकर्ता को मप्र से राज्यसभा में भेजने का फैसला किया।
उन्होंने कहा कि संगठनात्मक दृष्टि से तमिलनाडु में भाजपा संगठन के विस्तार में मुरुगन की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रही है। प्रदेश अध्यक्ष के नाते भी उन्होंने वहां काम किया है। मध्यप्रदेश का इस नाते भी सौभाग्य कि एक केंद्रीय मंत्री और एल. मुरुगन के रूप में मिला है। निश्चित तौर पर मध्यप्रदेश के विकास में और यहां की जनता के कल्याण में एल मुरुगन बहुत अहम भूमिका का निर्वहन करेंगे। मैं मध्यप्रदेश में उनका स्वागत करता हूं और केंद्रीय नेतृत्व के प्रति आभार व्यक्त करते हैं।
भाजपा द्वारा मध्यप्रदेश से राज्यसभा की रिक्त सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए पार्टी उम्मीदवार घोषित होने के बाद केंद्रीय सूचना प्रसारण राज्य मंत्री एल मुरुगन मंगलवार को सुबह भोपाल पहुंचे। यहां पार्टी कार्यालय में उनका जोरदार स्वागत हुआ। इसके बाद उन्होंने विधानसभा पहुंचकर राज्यसभा उपचुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी एवं विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह और अन्य भाजपा नेता भी मौजूद रहे।
इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री मुरुगन ने मीडिया से बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को धन्यवाद दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री चौहान, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और पार्टी नेताओं-कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने उनके भोपाल पहुंचने पर काफी स्नेह और सम्मान दिया।
उल्लेखनीय है कि मप्र से भाजपा के वरिष्ठ नेता थावरचंद गहलोत ने 07 जुलाई को राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इस वजह से मप्र से राज्यसभा की एक सीट रिक्त हुई है। इस रिक्त हुई सीट के लिए अब उपचुनाव हो रहा है। इस उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार का निर्विरोध चुना जाना तय है, क्योंकि मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने उम्मीदवार नहीं उतारने का निर्णय लिया है। उनके निर्विरोध राज्यसभा पहुंचने की घोषणा नाम वापसी की तिथि 27 सितम्बर को की जा सकती है।
राज्यसभा उपनिर्वाचन के लिए निर्वाचन अधिकारी एवं विधानसभा के प्रमुख सचिव ए पी सिंह ने बताया कि उपचुनाव के लिए अधिसूचना तय कार्यक्रम के अनुरूप 15 सितंबर को जारी हो गयी और नामांकन पत्र दाखिले की अंतिम तिथि 22 सितंबर है। अगले दिन 23 सितंबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी और उम्मीदवार 27 सितंबर तक नाम वापस ले सकेंगे। आवश्यकता हुई तो मतदान 04 अक्टूबर को करवाया जाएगा।
बता दें कि मप्र की 230 सदस्यीय विधानसभा में वर्तमान में सत्तारूढ़ दल भाजपा के सबसे अधिक 125 विधायक हैं। कांग्रेस सदस्यों की संख्या 95, बहुजन समाज पार्टी के 02, समाजवादी पार्टी का 01 और 04 सदस्य निर्दलीय हैं। इसके अलाव तीन स्थान रिक्त हैं। इस लिहाज से उपचुनाव में यह सीट भाजपा के खाते में जाना तय है। इसीलिए कांग्रेस ने उपचुनाव में अपना उम्मीदवार नहीं उतारने का निर्णय लिया।
साभार-हिस