नई दिल्ली, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष आतिफ रशीद ने पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव बाद हुई हिंसा की घटनाओं पर कोलकाता हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि यह बेगुनाह मतदाताओं को न्याय की दिशा में पहला कदम है। रशीद ने गुरुवार को कोलकाता हाईकोर्ट के फैसले के बाद प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि न्यायालय का आदेश बंगाल के उन बेगुनाह वोटरों को न्याय की दिशा में पहला कदम है जिन्होंने बंगाल चुनाव में अपने संवैधानिक अधिकार का प्रयोग करते हुए अपनी पसंद की पार्टी को मत दिया था।
किंतु, बदले में उन्हें हिंसा, हत्या, बलात्कार और पलायन का दर्द सहना पड़ा। उन्होंने कहा कि पुलिस ने भी पीड़ितों की अनदेखी की। आतिफ ने कहा कि कोर्ट द्वारा घटना की जांच सीबीआई से कराने के आदेश के बाद पीड़ितों के साथ न्याय की उम्मीद जग गई है। उल्लेखनीय है कि कोलकाता हाईकोर्ट ने पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद हुई हिंसा पर एक अहम फैसला दिया है। इसके तहत पांचों जजों ने पूरी घटना की जांच सीबीआई से कराने का आदेश दिया है।
साभार – हिस