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The Prime Minister, Shri Narendra Modi greeting people, at the ramparts of Red Fort, on the occasion of 75th Independence Day, in Delhi on August 15, 2021.

56 इंच की छाती वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की 56 मुख्य बातें…!!!

The Prime Minister, Shri Narendra Modi greeting people, at the ramparts of Red Fort, on the occasion of 75th Independence Day, in Delhi on August 15, 2021.

नई दिल्ली। लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आजादी का अमृत महोत्‍सव, 75वें स्‍वतंत्रता दिवस पर विश्‍वभर में भारत से प्रेम करने वाले, लोकतंत्र से प्रेम करने वालों शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज आजादी के इस अमृत महोत्‍सव के पावन पर्व पर देश अपने सभी स्वातंत्र्य सेनानियों को, राष्‍ट्र रक्षा में अपने आप को दिनरात खपाने वाले, आहूत करने वाले वीर वीरांगनाओं को आज देश नमन कर रहा है। आजादी को जन आंदोलन बनाने वाले, पूज्‍य बापू हो, या आजादी के लिए अपना सब कुछ न्‍यौछावर करने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, चन्‍द्रशेखर आजाद, बिस्मिल और अशफाक उल्ला खान जैसे महान क्रांतिवीर हो, झांसी की रानी लक्ष्‍मीबाई हो, चित्‍तूर की रानी चेन्नम्मा हो या रानी गाइदिन्ल्यू हो, या असम में मातंगिनी हाजरा का पराक्रम हो, देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू जी हो, देश को एकजुट राष्‍ट्र में बदलने वाले सरदार वल्‍लभ भाई पटेल हो भारत के भविष्‍य की दिशा निर्धारित करने वाले, रास्‍ता तय कराने वाले बाबा साहब अंबेडकर सहित देश हर व्‍यक्ति को, हर व्‍यक्तित्‍व को आज याद कर रहा है। देश इन सभी महापुरुषों का ऋणी है।
भारत तो बहुरत्‍ना वसुंधरा है। आज भारत के हर कोने में, हर कालखंड में अनगिनत लोगों ने जिसके नाम भी शायद इतिहास के तारीख में नहीं होंगे। ऐसे अनगिनत लोगों ने इस राष्‍ट्र को बनाया भी है, आगे बढ़ाया भी है, मैं ऐसे हर व्‍यक्तित्‍व का वंदन करता हूं उनका अभिनंदन करता हूं।
भारत ने सदियों तक मातृभूमि, संस्‍कृति और आजादी के लिए संघर्ष किया है। गुलामी की कसक, आजादी की ललक इस देश ने सदियों तक कभी छोड़ी नहीं। जय-पराजय आते रहे लेकिन मनमंदिर में बसी हुई आजादी की आकांक्षा को कभी खत्‍म होने नहीं दी। आज इन सभी संघर्ष के पुरोधा, सदियों के संघर्ष के पुरोधा, उन सबको भी प्रणाम करने का वक्‍त है और वे प्रणाम के हकदार भी हैं।
इस मौके पर इन्होंने ५६ बिंदुओं पर प्रकाश डाला जो इस प्रकार हैं-

1 आजादी का अमृत महोत्‍सव, 75वें स्‍वतंत्रता दिवस पर आप सभी को और विश्‍वभर में भारत को प्रेम करने वाले, लोकतंत्र को प्रेम करने वाले सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

2 राष्‍ट्र पूज्‍य बापू, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, चन्‍द्रशेखर आजाद, बिस्मिल और अशफाक उल्ला खान जैसे महान क्रांतिवीर, झांसी की रानी लक्ष्‍मीबाई, कित्तूर की रानी चेन्नम्मा, असम में मातंगिनी हाजरा, देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू जी, सरदार वल्‍लभ भाई पटेल, बाबा साहब आम्‍बेडकर आदि सभी महापुरुषों का ऋणी है।

3 कोरोना वैश्विक महामारी, इस महामारी में हमारे डॉक्‍टर, हमारी नर्सिस, हमारे पैरामेडिकल स्‍टाफ, हमारे सफाईकर्मी, वैक्‍सीन बनाने में जुटे हमारे वैज्ञानिक हों आदि सभी वंदन के अधिकारी हैं।

4 ओलंपिक में भारत की युवा पीढ़ी ने भारत का नाम रोशन किया है। ऐसे हमारे एथलीट्स, हमारे खिलाड़ी आज हमारे बीच में है। एथलीट्स ने हमारा दिल ही नहीं जीता है, बल्कि भारत की युवा पीढ़ी को प्रेरित करने का बहुत बड़ा काम किया है।

5 अब से हर वर्ष 14 अगस्‍त को विभाजन विभीषिका स्‍मृति दिवस के रूप में याद किया जाएगा। आजादी के 75वें स्‍वतंत्रता दिवस पर विभा‍जन विभीषिका स्‍मृति दिवस का तय होना, विभाजन की त्रासदी झेलने वाले लोगों को हर भारतवासी की तरफ से आदरपूर्वक श्रद्धांजलि है।

6 वैक्सिनेशन प्रोग्राम-आज हम गर्व से कह सकते हैं कि दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सिनेशन प्रोग्राम हमारे देश में चल रहा है।54करोड़ से ज्‍यादा लोग वैक्‍सीन डोज लगा चुके हैं।

The Prime Minister, Shri Narendra Modi addressing the Nation on the occasion of 75th Independence Day from the ramparts of Red Fort, in Delhi on August 15, 2021.

7 महामारी के समय भारत जिस तरह से80करोड़ देशवासियों को महीनों तक लगातार मुफ्त अनाज देकर के उनके गरीब के घर के चूल्‍हे को जलते रखा है और यह भी दुनिया के लिए अचरज भी है और चर्चा का विषय भी है।

8 मृतको के प्रति संवेदना- सारे प्रयासों के बाद भी कितने ही लोगों को हम बचा नहीं पाए हैं। कितने ही बच्‍चों के सिर पर कोई हाथ फेरने वाला चला गया। उसे दुलारने, उसकी जिद्द पूरी करने वाला चला गया। ये असहनीय पीड़ा, ये तकलीफ हमेशा से साथ रहने वाली है।

9 इंडिया एट 75- देश की आजादी के 75 वर्ष- ये अमृत काल है। इस अमृत काल में हमारे संकल्‍पों की सिद्धि, हमें आजादी के सौ वर्ष तक ले जाएगी। अमृत काल का लक्ष्‍य है एक ऐसे भारत का निर्माण जहां दुनिया का हर आधुनिकinfrastructure हो।

10 सबका प्रयास – अमृत काल 25 वर्ष का है। लेकिन हमें अपने लक्ष्‍यों की प्राप्‍ति के लिये इतना लम्‍बा इंतजार भी नहीं करना है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्‍वास और अब सबका प्रयास हमारे हर लक्ष्‍यों की प्राप्‍ति के लिये बहुत महत्‍वपूर्ण है।

11 सबका विकास- पहले की तुलना में हम बहुत तेजी से बहुत आगे बढ़े हैं। लेकिन हमें सैचरेशन (saturation) तक जाना है, पूर्णता: तक जाना है। शत-प्रतिशत गांवों में सड़के हों, शत-प्रतिशत परिवारों के बैंक अकाउंट हो, शत-प्रतिशत लाभार्थियों को आयुष्‍मान भारत का कार्ड हो, शत-प्रतिशत पात्र व्‍यक्‍तियों को उज्ज्वला योजना और गैस कनेक्‍शन हों।

12 स्‍वनिधि योजना -पटरी और फुटपाथ पर बैठकर सामान बेचने वाले, ठेला चलाने वाले साथियों को स्‍वनिधि योजना के जरिए बैंकिंग व्‍यवस्‍था से जोड़ा जा रहा है।

13 जल जीवन मिशन -मुझे खुशी है कि जल जीवन मिशन के सिर्फ दो वर्ष में साढ़े चार करोड़ से ज्यादा परिवारों को नल से जल मिलना शुरू हो गया है।

14 कुपोषण की समस्‍या- गरीब बच्‍चों में कुपोषण और जरूरी पौष्टिक पदार्थो की कमी को देखते हुए ये तय किया गया है कि सरकार अपनी अलग-अलग योजनाओं के तहत जो चावल गरीबों को देती है, उसेfortifyकरेगी।

15 आरक्षण की नई व्‍यवस्‍था- दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, सामान्‍य वर्ग के गरीबों के लिए आरक्षण सुनिश्चित किया जा रहा है। अभी हाल ही में मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में, ऑल इंडिया कोटे में ओबीसी वर्ग को आरक्षण की व्‍यवस्‍था भी की गई है। संसद में कानून बनाकर ओबीसी से जुड़ी सूची बनाने का अधिकार राज्‍यों को दे दिया गया है।

16 North-east -आजNorth-east मेंconnectivity का नया इतिहास लिखा जा रहा है। येconnectivity दिलों की भी है औरinfrastructure की भी है। बहुत जल्‍दNorth-east के सभी राज्‍यों की राजधानियों को रेल सेवा से जोड़ने का काम पूरा होने वाला है।

17 Act-East Policyके तहत आजNorth-east,बांग्‍लादेश, म्‍यांमार और दक्षिण-पूर्वी एशिया से भीconnect हो रहा है। बीते वर्षों में जो प्रयास हुए हैं, उसकी वजह से अबNorth-east में स्‍थायी शांति के लिए, श्रेष्‍ठ भारत के निर्माण के लिए उत्‍साह अनेक गुना बढ़ा हुआ है।

18 सामर्थ्य को उचित अवसर-सभी के सामर्थ्य को उचित अवसर देना, यही लोकतंत्र की असली भावना है।जम्‍मू-कश्‍मीर मेंdelimitation कमीशन का गठन हो चुका है और भविष्‍य में विधानसभा चुनावों के लिए भी तैयारियां चल रही हैं।

19 लद्दाखभी विकास की अपनी असीम संभावनाओं की तरफ आगे बढ़ चला है। एक तरफ लद्दाख आधुनिकinfrastructure का निर्माण होते देख रहा है तो वहीं दूसरी तरफ सिंधु सेंट्रल यूनिवर्सिटी लद्दाख को उच्‍च शिक्षा का, higher educationकेंद्र भी बना रही है।

20 Deep Ocean Missionसमंदर की असीम संभावनाओं को तलाशने की हमारी महत्‍वाकांक्षा का परिणाम है। जो खनिज संपदा समंदर में छिपी हुई है, जोthermal energyसमंदर के पानी में है, वो देश के विकास को नई बुलंदी दे सकती है।

21 आकांक्षी जिले-देश में 110 से अधिक आकांक्षी जिले, Aspirational Districtsमें शिक्षा, स्‍वास्‍थ्‍य, पोषण, सड़क, रोजगार से जुड़ी योजनाओं को प्राथमिकता दी जा रही है। इनमें से अनेक जिले हमारे आदिवासी अंचल में हैं।

22     सहकारवाद -अर्थजगत मेंभारत सहकारवाद पर बल देता है। सहकारवाद देश केgrassroots level कीeconomyके लिए एक अहम क्षेत्र है।co-operativeएक संस्‍कार है, co-operativeएक सामूहिक चलने की मन:प्रवृत्ति है। उनका सशक्तिकरण हो, इसके लिए हमने अलग मंत्रालय बनाकर इस दिशा में कदम उठाए हैं।

23     ग्रामीण भारत– आज हम अपने गांवों को तेजी से परिवर्तित होते देख रहे हैं। बीते कुछ वर्ष, गांवों तक सड़क और बिजली जैसी सुविधाओं को पहुंचाने रहे हैं। अब गांवों को ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क, डेटा की ताकत पहुंच रही है, इंटरनेट पहुंच रहा है। गांव में भी डिजिटल Entrepreneur तैयार हो रहे हैं।

24     वोकल फॉर लोकल – सरकार E-Commerce Platform तैयार करेगी। आज जब देशवोकल फॉर लोकलके मंत्र के साथ आगे बढ़ा रहा है तो यह Digital Platform महिला selfhelp group के उत्‍पादों को देश के दूर-दराज के क्षेत्रों में और विदेशों में भी लोगों से जोड़ेगा और उनका फलक बहुत विस्‍तृत होगा।

25     कृषि क्षेत्र में वैज्ञानिकों की क्षमता – देश के हर क्षेत्र में हमारे देश के वैज्ञानिक बहुत सूझ-बूझ से काम कर रहे हैं। हमें अपने कृषि क्षेत्र में भी वैज्ञानिकों की क्षमताओं और उनके सुझावों को शामिल करना होगा। इससे देश को खाद्य सुरक्षा देने के साथ फल, सब्जियां और अनाज का उत्‍पादन बढ़ाने में बहुत बड़ी मदद मिलेगी और हम विश्‍व तक पहुंचने के लिए अपने आप को मजबूती से आगे बढ़ाएंगे।

26     किसान –छोटा किसान बने देश की शान, ये हमारा सपना है। आने वाले वर्षों में हमें देश के छोटे किसानों की सामूहिक शक्ति को और बढ़ाना होगा। उन्हें नई सुविधाएं देनी होंगी।

27     देश के 80 प्रतिशत से ज्यादा किसान ऐसे हैं, जिनके पास 2 हेक्टेयर से भी कम जमीन है। पहले जो देश में नीतियां बनीं, उनमें इन छोटे किसानों पर जितना ध्यान केंद्रित करना था, वो रह गया। अब इन्हीं छोटे किसानों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिए जा रहे हैं।

28     किसान रेल-आज देश के 70 से ज्‍यादा रेल रूटों पर, किसान रेल चल रही है। छोटे किसान, किसान-रेल के जरिए अपने उत्‍पाद ट्रांसपोर्टेशन के कम खर्च पर, दूर-दराज के इलाकों में पहुंचा सकते हैं।

29     स्‍वामित्‍व योजना-गांवों में जमीनों के कागज पर कई-कई पीढ़ियों से कोई काम नहीं हुआ है। खुद जमीन के मालिक होने के बावजूद जमीन पर उनको बैंकों से कोई कर्ज नहीं मिलता है। इस स्‍थिति को बदलने का काम आज स्‍वामित्‍व योजना कर रही है। गांव-गांव में हर एक घर की, हर जमीन की, ड्रोन के जरिए मैपिंग हो रही है। इससे ना सिर्फ गांवों में जमीन से जुड़े विवाद समाप्‍त हो रहे हैं बल्‍कि गांव के लोगों को बैंक से आसानी से लोन की व्‍यवस्‍था भी कायम हुई है।

30     Next Generation Infrastructure- हमें मिलकर काम करना होगा, Next Generation Infrastructure के लिए। हमें मिलकर काम करना होगा, World Class Manufacturing के लिए। हमें मिलकर काम करना होगा Cutting Edge Innovation के लिए। हमें मिलकर काम करना होगा New Age Technology के लिए।

31      बेवजह कानूनो की जकड़ से मुक्ति -अनेक सेक्‍टरों में बहुत सारे regulations को हमने समाप्‍त कर दिया है। बेवजह कानूनो की जकड़ से मुक्ति Ease of Living के साथ-साथ Ease of Doing Business दोनों के लिए बहुत ही जरूरी है। हमारे देश के उद्योग और व्‍यापार आज इस बदलाव को महसूस कर रहे हैं।

 

32     राष्‍ट्रीय संकल्‍प-देश ने संकल्प लिया है कि आजादी के अमृत महोत्सव के 75 सप्ताह में 75 वंदेभारत ट्रेनें देश के हर कोने को आपस में जोड़ रही होंगी। आज जिस गति से देश में नए Airports का निर्माण हो रहा है, उड़ान योजना दूर-दराज के इलाकों को जोड़ रही है, वो भी अभूतपूर्व है।

33     प्रधानमंत्री गतिशक्ति- नेशनल मास्टर प्लान-भारत को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण में होलिस्टिक अप्रोच अपनाने की भी जरूरत है। भारत आने वाले कुछ ही समय में प्रधानमंत्री गतिशक्ति- नेशनल मास्टर प्लान को लॉन्च करने जा रहा है।

34     मैन्यूफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट-विकास के पथ पर आगे बढ़ते हुए भारत को अपनी मैन्यूफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट, दोनों को बढ़ाना होगा। आपने देखा है, अभी कुछ दिन पहले ही भारत ने अपने पहले स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत को समुद्र में ट्रायल के लिए उतारा है।

35     रक्षा उत्‍पादन-भारत आज अपना लड़ाकू विमान बना रहा है, सबमरीन बना रहा है, गगनयान भी बना रहा है।

36     Product और प्रतिष्‍ठा-आपका हर एक प्रॉडक्ट भारत का ब्रैंड एंबेसेडर है। देश के सभी मैन्यूफैक्चर्स को भी ये समझना होगा- आप जो Product बाहर भेजते हैं वो आपकी कंपनी में बनाया हुआ सिर्फ एक Product नहीं होता। उसके साथ भारत की पहचान जुड़ी होती है, प्रतिष्ठा जुड़ी होती है।

37     स्टार्ट-अप्स-हमने देखा है, कोरोना काल में ही हजारों नए स्टार्ट-अप्स बने हैं, सफलता से काम कर रहे हैं। कल के स्टार्ट-अप्स, आज के Unicorn बन रहे हैं। इनकी मार्केट वैल्यू हजारों करोड़ रुपए तक पहुंच रही है

38     Reformsको लागू करने के लिए Good औऱ Smart Governance चाहिए। आज दुनिया इस बात की भी साक्षी है कि कैसे भारत अपने यहां गवर्नेंस का नया अध्याय लिख रहा है।

39     नियमों-प्रक्रियाओं की समीक्षा-मैं आज आह्वान कर रहा हूं, केंद्र हो या राज्य सभी के विभागों से, सभी सरकारी कार्यालयों से। अपने यहां नियमों-प्रक्रियाओं की समीक्षा का अभियान चलाइए। हर वो नियम, हर वो प्रक्रिया जो देश के लोगों के सामने बाधा बनकर, बोझ बनकर, खड़ी हुई है, उसे हमें दूर करना ही होगा।

40     नई ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति’-आज देश के पास 21वीं सदी की जरूरतों को पूरा करने वाली नई ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति’ भी है। जब गरीब के बेटी, गरीब का बेटा मातृभाषा में पढ़कर प्रोफेशनल्स बनेंगे तो उनके सामर्थ्य के साथ न्याय होगा। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को गरीबी के खिलाफ लड़ाई का मैं साधन मानता हूं।

41      गरीबी के खिलाफ लड़ाई और मातृभाषा – नई राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति में गरीबी के खिलाफ लड़ाई का साधन भाषा है। ये नई राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति गरीबी के खिलाफ लड़ाई लड़ने का एक बहुत बड़ा शस्‍त्र बनने जा रहा है। गरीबी से जंग जीतने का आधार भी मातृ-भाषा की शिक्षा है, मातृ-भाषा की प्रतिष्‍ठा है, मातृ-भाषा का महात्‍मय है।

42     शिक्षा नीति और खेल-नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की एक और विशेष बात है। इसमें स्पोर्ट्स को Extracurricular की जगह मेनस्ट्रीम पढ़ाई का हिस्सा बनाया गया है। जीवन को आगे बढ़ाने में जो भी प्रभावी माध्यम हैं, उनमें एक स्पोर्ट्स भी है।

43     भारत की बेटियां-ये देश के लिए गौरव की बात है कि शिक्षा हो या खेल, Boards के नतीजे हों या ओलपिंक का मेडल, हमारी बेटियां आज अभूतपूर्व प्रदर्शन कर रही हैं। आज भारत की बेटियां अपना स्पेस लेने के लिए आतुर हैं।

44     बालिकाओं के लिए सैनिक स्‍कूल-आज मैं एक खुशी देशवासियों से साझा कर रहा हूँ। दो-ढाई साल पहले मिजोरम के सैनिक स्कूल में पहली बार बेटियों को प्रवेश देने का प्रयोग किया गया था। अब सरकार ने तय किया है कि देश के सभी सैनिक स्कूलों को देश की बेटियों के लिए भी खोल दिया जाएगा।

45     ऊर्जा आत्‍मनिर्भरता-भारत की प्रगति के लिए, आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए भारत का Energy Independent होना अनिवार्य है। इसलिए आज भारत को ये संकल्प लेना होगा कि हम आजादी के 100 साल होने से पहले भारत को Energy Independent बनाएंगे।

46     ग्रीन हाइड्रोजन क्षेत्र-भारत आज जो भी कार्य कर रहा है, उसमें सबसे बड़ा लक्ष्य है, जो भारत को क्वांटम जंप देने वाला है- वो है ग्रीन हाइड्रोजन का क्षेत्र। मैं आज तिरंगे की साक्षी में National Hydrogen Mission की घोषणा कर रहा हूं।

47     लंबित समस्‍याओं का समाधान – 21वीं सदी का आज का भारत, बड़े लक्ष्य गढ़ने और उन्हें प्राप्त करने का सामर्थ्य रखता है। आज भारत उन विषयों को भी हल कर रहा है, जिनके सुलझने का दशकों से, सदियों से इंतजार था।

48     Article 370 को बदलने का ऐतिहासिक फैसलाहो, देश को टैक्स के जाल से मुक्ति दिलाने वाली व्यवस्था- GST हो, हमारे फौजी साथियों के लिए वन रैंक वन पेंशन हो, या फिर रामजन्मभूमि केस का शांतिपूर्ण समाधान, ये सब हमने बीते कुछ वर्षों में सच होते देखा है।

49     त्रिपुरा में दशकों बाद ब्रू रियांग समझौता होना हो, ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा देना हो, या फिर जम्मू-कश्मीर में आजादी के बाद पहली बार हुए BDC और DDC चुनाव, भारत अपनी संकल्पशक्ति लगातार सिद्ध कर रहा है।

50     भारत बदल रहा है– आज कोरोना के इस दौर में, भारत में रिकॉर्ड विदेशी निवेश आ रहा है। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार भी अब तक के सबसे ऊंचे स्‍तर पर है। सर्जिकल स्‍ट्राइक और एअर स्‍ट्राइक करके भारत ने देश के दुश्‍मनों को नये भारत के साम्‍थर्य का संदेश भी दे दिया है। भारत बदल रहा है। भारत कठिन से कठिन फैसले भी ले सकता है और कड़े से कड़े फैसले लेने में भी भारत झिझकता नहीं है, रूकता नहीं है।

51      आतंकवाद और विस्तारवाद की चुनौतियां– आज दुनिया, भारत को एक नई दृष्टि से देख रही है और इस दृष्टि के दो महत्वपूर्ण पहलू हैं। एक आतंकवाद और दूसरा विस्तारवाद। भारत इन दोनों ही चुनौतियों से लड़ रहा है और सधे हुए तरीके से बड़े हिम्मत के साथ जवाब भी दे रहा है।

52     अरबिंदो जन्मजयंती-आज देश के महान विचारक श्री अरबिंदो की जन्मजयंती भी है। साल 2022 में उनकी 150वां जन्मजयंती है, वो कहते थे कि- हमें उतना सामर्थ्यवान बनना होगा, जितना हम पहले कभी नहीं थे। हमें अपनी आदतें बदली होंगी, एक नए हृदय के साथ अपने को फिर से जागृत करना होगा।

53     जन सहयोग-जिन संकल्पों का बीड़ा आज देश ने उठाया है, उन्हें पूरा करने के लिए देश के हर जन को उनसे जुड़ना होगा, हर देशवासी को इसे Own करना होगा। देश ने जल संरक्षण का अभियान शुरू किया है, तो हमारा कर्तव्य है पानी बचाने को अपनी आदत से जोड़ना।

54    Can Do Generation- मैं भविष्य़दृष्टा नहीं हूं, मैं कर्म के फल पर विश्वास रखता हूं। मेरा विश्वास देश के युवाओं पर है। मेरा विश्वास देश की बहनों-बेटियों, देश के किसानों, देश के प्रोफेशनल्स पर है। ये Can Do Generation है, ये हर लक्ष्य हासिल कर सकती है।

55     विजन 2047- मुझे विश्‍वास है कि जब 2047, आजादी का स्‍वर्णिम उत्‍सव, उस समय जो भी भी प्रधानमंत्री होंगे, वे अपने भाषण में जिन सिद्धियों का वर्णन करेंगे वो सिद्धियां वही होंगीं जो आज देश संकल्‍प कर रहा है… ये मेरा विश्‍वास है।

56     राष्ट्र प्रथमसदैव प्रथम-21वीं सदी में भारत के सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने से कोई भी बाधा रोक नहीं सकती। हमारी ताकत हमारी एकजुटता है। हमारी प्राणशक्ति, राष्ट्र प्रथम, सदैव प्रथम की भावना है।

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