इस्लामाबाद। भारत के जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सिंधु जल संधि निलंबित किये जाने से तिलमिलाए पाकिस्तान में प्रमुख विपक्षी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने जेल में बंद अपने नेता इमरान खान की रिहाई की मांग की है, ताकि वह भारत के साथ बढ़ते तनाव पर राष्ट्रीय विचार-विमर्श में हिस्सा ले सकें। पार्टी ने राजनीतिक नेतृत्व से तत्काल बहुदलीय सम्मेलन बुलाने का भी आह्वान करके उसमें खान को भी शामिल करने की मांग भी की है।
डॉन अखबार के अनुसार यह मांग सोमवार को सीनेट में की गई। सीनेट में दोनों पक्षों के सांसदों ने सिंधु जल संधि निलंबित करने और 22 अप्रैल के हमले के बाद युद्ध उन्माद को बढ़ावा देने के लिए भारत की आलोचना की। सीनेट में पीटीआई के संसदीय नेता सीनेटर अली जफर ने कहा कि राष्ट्रीय महत्व के मुद्दे के लिए राजनीतिक मतभेदों को अलग रखना चाहिए। वर्तमान परिस्थितियों में बहुदलीय सम्मेलन ही एकमात्र उपाय है। अगर इमरान खान को ऐसी बैठक में हिस्सा लेने की अनुमति दी जाती है, तो इससे दुनिया भर में यह संदेश जाएगा कि पाकिस्तान एकजुट है।
पीटीआई सीनेटर शिबली फराज ने कहा कि इमरान खान को मीनार-ए-पाकिस्तान में सार्वजनिक सभा करने और भारत के साथ वाघा सीमा की ओर मार्च करने के लिए लोगों को आह्वान करने के लिए टीवी पर आने की अनुमति दी जानी चाहिए। फराज ने विश्वास व्यक्त किया कि खान के आह्वान पर 10 मिलियन से अधिक लोग एकत्र होंगे। उन्होंने कहा कि केवल लोगों का सच्चा प्रतिनिधि ही भारत को एक मजबूत संदेश दे सकता है। उन्होंने सभी राजनीतिक कैदियों की रिहाई और राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज करने की प्रथा को खत्म करने की भी मांग की।
साभार – हिस
