तेल अवीव/यरुशलम। फिलिस्तीन के कुख्यात आतंकवादी संगठन हमास के इस महीने की सात तारीख को बिना किसी उकसावे के इजरायल पर किए गए भयानक आक्रमण के बाद गाजा पट्टी ही नहीं लेबनान और सीरिया भी युद्ध की लपटों में झुलसने लगे हैं। इजरायल की सेना नभ से लेकर थल तक गाजा पट्टी पर स्थित हमास के पनाहगाहों पर कहर बरपा रही है। इससे गाजा में मानवीय संकट बढ़ गया है। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स में दी गई है।
भीषण संघर्ष की आशंकाः मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गाजा पट्टी में मानवीय संकट कम करने के लिए अमेरिका, मिस्र और अन्य मध्य पूर्वी देशों के राजनयिकों के बीच कल गहन बातचीत हुई। लेबनान के साथ इजराइल की सीमा पर झड़पें और सीरिया के अंदर इजरायली हवाई हमलों ने क्षेत्र में व्यापक संघर्ष की आशंका पैदा कर दी है।
हमास को नहीं छोड़ेंगेः मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गाजा पर जमीनी लड़ाई के लिए तैयार इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फिर दुहराया है कि उनके सुरक्षाबल हमास के सारे आतंकवादियों को मौत के घाट उतारने के बाद शांत होंगे। बताया गया है कि कल इजरायल की सेना ने गाजा के नागरिकों को मुख्य राजमार्ग से निकलने के लिए दोपहर में तीन घंटे का समय देने की पेशकश की, लेकिन गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने अस्पतालों को खाली करने से इनकार कर दिया। गाजा के सबसे बड़े चिकित्सा परिसर अल शिफा अस्पताल के निदेशक डॉ. मोहम्मद अबू सलीमा ने कहा कि गाजा में ऐसा कोई स्थान नहीं है जो हमारी गहन देखभाल इकाई या नवजात गहन देखभाल इकाई या यहां तक कि ऑपरेटिंग कमरे में मरीजों की संख्या को स्वीकार कर सके।
खाद्य और जरूरी सामान का संकटः मीडिया रिपोर्ट्स में गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से कहा गया है कि पिछले सप्ताह गाजा में कम से कम 2,670 लोग मारे गए हैं। बंद मिस्र सीमा पार के पास राफा में एक घर पर इजरायली हमले में एक परिवार के कम से कम 17 सदस्यों की मौत हो गई। लोग पहले ही विस्थापित हो चुके हैं। भोजन और पानी की घटती आपूर्ति का सामना कर रहे हैं। हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक निवास व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा है कि इजरायल ने गाजा के हिस्से में पानी की आपूर्ति बहाल कर दी है।
हिजबुल्लाह दागने लगा मिसाइलः मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि दक्षिणी लेबनान पर प्रभुत्व रखने वाले शक्तिशाली ईरान समर्थित आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह ने श्तुला के इजरायली समुदाय पर मिसाइलें दागी हैं। इस दौरान एक इजरायली नागरिक की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए।
सीरिया के अलेप्पो में इजरायल का हवाई हमलाः रिपोर्ट्स के मुताबिक सीरिया के अलेप्पो में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रात भर इजरायली हवाई हमलों से भारी नुकसान पहुंचा। फिलिस्तीनी मीडिया ने सोमवार सुबह सूचना दी है कि रविवार की रात सबसे हिंसक रात रही। हमास ने जमकर हमला किया। हमास ने उत्तरी इजरायल तो दक्षिणी लेबनान से हिजबुल्लाह ने बुनियादी ढांचे पर हमला किया।
बिना शर्त रिहा करो बंधकों कोः मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने हमास से बिना किसी शर्त के बंधकों को तत्काल रिहा करने को कहा है। उन्होंने इजरायल से भी अपील की है। गुटेरेस ने कहा कि गाजा में नागरिकों को मानवीय सहायता देने के लिए इजरायल को प्रतिबंध हटाने चाहिए । गुटेरेस ने कहा कि इसमें किसी सौदेबाजी की जरूरत नहीं है।
कहां कितना खून बहाः मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इजरायल में अभी तक 1400 लोग मारे जा चुके हैं। 3600 से अधिक घायल हैं। गाजा पट्टी में करीब 2500 लोगों की जान जा चुकी है। गाजा पट्टी में हमास ने इजरायल के करीब 150 नागरिकों को बंधक बना लिया है।
अमेरिका हर पल इजरायल के साथः मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका के विदेशमंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मिस्र के काहिरा हवाई अड्डे पर मीडिया से कहा, इजरायल के पास अधिकार है कि वह हमास के हमलों के खिलाफ खुद का बचाव करे। यह इजरायली सरकार का दायित्व भी है। इस युद्ध में हमारे चार मुख्य उद्देश्य हैं। पहला कि हम इजरायल के साथ हैं। दूसरा- किसी और देश में युद्ध के कारण संघर्ष न हो। तीसरा- अमेरिकी नागरिकों सहित इजरायली बंधकों की रिहाई हो। चौथा- गाजा में मौजूद मानवीय संकट को हल किया जाए। हम कल भी इजरायल के साथ थे। आज भी उसके साथ हैं। कल भी इजरायल के साथ ही रहेंगे। हर दिन-हर पल हम इजरायल के साथ हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ब्लिंकन मिस्र से पहले जॉर्डन, बहरीन, कतर, संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब की यात्रा कर चुके हैं।
बंधकों के परिजनों से मिले नेतन्याहूः मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बंधक और लापता लोगों के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की है। पीड़ित परिजनों के समूह ने बैठक के बाद कहा कि प्रधानमंत्री ने कसम खाई है कि जल्द ही वह हमारे अपनों को हमसे मिलवाएंगे। लोगों ने कहा कि नेतन्याहू ने स्वीकार किया कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रमुख तजाची हानेग्बी की टिप्पणी का समर्थन नहीं करते। हाल ही में हनेग्बी ने कहा था कि इजरायल उस दुश्मन से कतई बात नहीं करेगा, जिसे हमने धरती से मिटाने की कसम खाई है।