वाशिंगटन- राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को 26 यूरोपीय देशों के लोगों को एक महीने के लिए अमेरिका की यात्रा से रोकने के लिए व्यापक प्रतिबंधों की घोषणा की है। कोरोनोवायरस के प्रसार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के बढ़ते दबाव को देखते हुए ट्रम्प ने यह कदम उठाया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस से राष्ट्र को एक संबोधन के दौरान कोरोनावायरस महामारी के बारे में अमेरिकी कदमों की जानकारी दी। ओवल ऑफिस के भाषण में राष्ट्रपति ने इस बड़े प्रतिबंध की घोषणा की। ट्रंप पर आरोप लग रहे थे कि उन्होंने कोरोनावायरस के खतरे को गंभीरता से नहीं लिया है। यात्रा प्रतिबंध का यह आदेश यूनाइटेड किंगडम (ब्रिटेन), आयरलैंड और अमेरिकी नागरिकों पर लागू नहीं होगा।
ट्रम्प ने उपभोक्ता मांगों में अचानक नुकसान से जूझ रहे अमेरिकी व्यवसायों को सहारा देने के उद्देश्य से कई आर्थिक उपायों की घोषणा की। यूरोप से व्यापार और कार्गो को भी प्रतिबंधित करने के मुद्दे पर पैदा भ्रम की स्थिति को खत्म करने के लिये ट्रम्प को अपने भाषण के बाद एक ट्वीट करके अपने बयान को स्पष्ट करने के लिए मजबूर होना पड़ा। ट्रम्प ने एक ट्वीट में कहा कि यात्रा प्रतिबंध से व्यापार किसी भी तरह से प्रभावित नहीं होगा। यात्रा प्रतिबंध लोगों पर लागू होगा, माल पर नहीं।
इस घोषणा के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में 4 प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। इससे आनेवाले दिनों में शेयरों में और गिरावट होने की आशंका है। ट्रम्प की 3 नवंबर को फिर से चुनावी जीत काफी हद तक इस बात पर निर्भर कर सकती है कि वह एक ऐसे संकट का कैसे जवाब देते हैं, जिसने अचानक पूरे देश को चपेट में ले लिया है।
अमेरिकियों को कोरोनोवायरस से बचाने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाने के लिये ट्रंप को डेमोक्रेट्स की आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। वह अपने पूरे भाषण के दौरान सहज नहीं दिखे। ट्रंप अपने भाषण को तेजी से पढ़ते जा रहे थे। इसके बावजूद ट्रंप ने परीक्षण किटों और मास्क के उत्पादन को बढ़ाने के बारे में कोई जानकारी नहीं दी।
साभार-हिस