-
विशेष मंत्री ने भी ओडिशा की अस्मिता को खतरे में बताया
-
कहा-नौकरशाह नहीं कर सकता है शासन को हाईजेक
भुवनेश्वर। ओडिशा में नवीन पटनायक सरकार लोगों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी है। ओडिशा में संसाधनों का अभाव नहीं है। प्राकृतिक संपदा हो या फिर मानव संसाधन हो, ओडिशा में भरपूर है। इसके बावजूद ओडिशा का जितना विकसित होना चाहिए था, उतना विकास नहीं हुआ है। ओडिशा में भी प्रधानमंत्री मोदी के कंधे के साथ कंधे मिलाकर काम करने वाली सरकार की आवश्यकता है। इसलिए राज्य की जनता दिल्ली में मोदी सरकार गठन के लिए चार सौ से अधिक सीटें तथा ओडिशा में भाजपा की सरकार बनाने के लिए मतदान करे। केन्द्रीय विदेश मंत्री तथा भाजपा नेता डा एस जयशंकर ने यहां आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन में ये बाते कहीं।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा ओड़िया अस्मिता के मुद्दे पर पूछे गये सवाल के उत्तर में उन्होंने कहा कि ओडिशा की मिट्टी का कोई बेटा ओडिशा का नेता होना चाहिए।
जयशंकर ने कहा कि मोदी सरकार ने ओडिशा को पिछले दस सालों में 18 लाख करोड़ रुपये का अनुदान दिया गया है। भारत जब जी-20 की अध्यक्षता कर रहा था, तब प्रधानमंत्री मोदी के कहने पर राष्ट्र प्रमुखों के सम्मेलन में ओडिशा के कोणार्क चक्र को स्थान दिया गया था। पूरे विश्व में ओडिशा की ब्रांडिंग के लिए कोणार्क का चयन किया था।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार मे ओडिशा में 20 पासपोर्ट सेवा केन्द्रों की स्थापना की है। पोस्ट ऑफिसों में इन केन्द्रों में बनाया गया है। इससे ओडिशा को लाभ हो रहा है। उन्होंने कहा कि गत दस वर्षों में पूरे देश में अभूतपूर्व विकास हुआ है, लेकिन ओडिशा में उतना विकास नहीं हुआ है, जितना होना चाहिए। इसलिए ओडिशा में भाजपा सरकार समय की आवश्यकता है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आज शनिवार को भुवनेश्वर में कहा कि ओडिशा और इसकी संस्कृति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए महत्व रखती है और जी-20 बैठक में कोणार्क व्हील की प्रतिकृति प्रदर्शित करना राज्य की कला और संस्कृति के प्रति उनके प्यार को दर्शाता है।
जयशंकर के मुताबिक, जी-20 को पूरे देश में एक उत्सव के रूप में मनाया गया और हमारा इरादा भारत के विभिन्न राज्यों की समृद्ध संस्कृति और विरासत को दुनिया के सामने प्रदर्शित करना और पर्यटन को बढ़ावा देना था।
विदेश मंत्री ने बताया कि केंद्र की भाजपा सरकार ने विकास परियोजनाओं में ओडिशा का समर्थन किया है और ऐसा समर्थन मिलता रहेगा, लेकिन हमने देखा है कि आयुष्मान भारत जैसी कुछ केंद्रीय योजनाएं यहां लागू नहीं की गई हैं।
भारत और सुरक्षा सर्वोपरि
जयशंकर ने कहा कि मोदी सरकार के लिए भारत और देश की सुरक्षा सर्वोपरि है। यह बातें कहने तक सीमित नहीं हैं। आप सभी ने देखा है कि कैसे पाकिस्तान और चीन को जवाब दिया गया है।
तीसरी बसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी
उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था आज पुरी दुनिया में पांचवें नंबर पर और बहुत जल्द ही देश की अर्थव्यस्था तीसरे नंबर की होगी।
इस खबर को भी पढ़ें-नवीन पटनायक तूफानी दौरे में बरसे, विपक्ष बहा रहा घड़ियाली आंसू