-
बीजद के ढोलकिया, भाजपा के अभिनंदन पंडा और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शरत पटनायक मैदान में
-
नुआपड़ा जिला आदिवासी संघ ने पूर्व विधायक घासीराम माझी भी निर्दलीय लड़ेंगे चुनाव
भुवनेश्वर। संबलपुर लोकसभा सीट की तरह नुआपड़ा विधानसभा सीट पर हाई-प्रोफाइल लड़ाई देखने को मिलेगी। अभी तक इस सीट पर चार उम्मीदवारों का मैदान में उतरना तय है।
इस सीट के लिए सभी तीन मुख्य पार्टियां, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), बीजू जनता दल (बीजद) और कांग्रेस, ने शीर्ष नेताओं को मैदान में उतर दिया है।
बीजद ने अपने पुराने योद्धा पर भरोसा जताते हुए अपने तीन बार के विधायक और योजना एवं समन्वय मंत्री राजेंद्र ढोलकिया को फिर से चुनावी मैदान में उतारा है। उन्होंने 2004, 2009 और 2019 में तीन बार इस सीट को जीती है।
इधर, ढोलकिया से मुकाबला के लिए भाजपा के कलाहांडी सांसद और पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बसंत पंडा के बेटे अभिनंदन पंडा और ओडिशा कांग्रेस प्रमुख शरत पटनायक मैदान में उतर गये हैं।
इस बीच, नुआपड़ा जिला आदिवासी संघ ने पूर्व विधायक घासीराम माझी के भी स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरने की खबर आ रही है। कहा जा रहा है कि उन्होंने अपनी सहमति दे दी है।
इधर, ढोलकिया ने कहा कि ओडिशा के विकास के साथ नुआपाड़ा ने प्रगति की है। लोगों की प्रतिक्रिया से मुझे लगता है कि नतीजा मेरे पक्ष में होगा।
इधर, कहा जा रहा है कि वरिष्ठ भाजपा नेता और सांसद बसंत पंडा एक अनुभवी राजनीतिज्ञ हैं, इसलिए वह अपने बेटे की जीत सुनिश्चित करने के लिए अपने कौशल और संगठन का उपयोग करेंगे। वहीं नुआपड़ा भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष होने के नाते अभिनंदन मतदाताओं से सीधे संपर्क में आ रहे हैं।
अभिनंदन पंडा ने कहा कि बीजद उम्मीदवार ढोलकिया का नाम डीएपी उर्वरक घोटाले जैसे कई भ्रष्टाचारों और घोटालों से जुड़ा है। मैं मोदी जी का संदेश लोगों तक पहुंचाऊंगा, लोगों के लिए भाजपा ही एकमात्र विकल्प है।
इधर, उम्मीदवारों के नामों की घोषणा के बाद से शरत पटनायक यहां सभी चर्चाओं का केंद्र बने हुए हैं। इससे पहले, नुआपड़ा निर्वाचन क्षेत्र बलांगीर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत था। चूंकि पटनायक 1991 में बलांगीर के सांसद थे, इसलिए उनके पास एक जनाधार है।
पटनायक ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि नुआपड़ा के लोग मुझे उनकी सेवा करने का मौका देंगे।