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ओडिशा में छठ पूजा की विस्तृत जानकारी पाकर महामहिम हुए खुश
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भुवनेश्वर-कटक में भव्य आयोजनों के लिए आयोजकों की प्रशंसा की
भुवनेश्वर। प्रदेश में रहने वाले हिन्दीभाषी समुदाय की तरफ से ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास को कल शुक्रवार को छठ पूजा की प्रसाद भेंट की गई। यह प्रसाद सभी हिन्दीभाषियों की तरफ से बिस्वास तथा हिन्दी विकास मंच के संस्थापक सदस्य डीएस त्रिपाठी के साथ-साथ नवभारत के स्थानीय संपादक तथा इण्डो एशियन टाइम्स और इण्डो कलिंग टाइम्स के प्रबंध संपादक हेमन्त कुमार तिवारी और मिथलेश कुमार ने भेंट की। इस दौरान राज्यपाल रघुवर दास को हिन्दीभाषी समाज की तरफ से गमछा और पुष्प गुच्छ भेंटकर सम्मानित किया गया। छठ पूजा का प्रसाद ग्रहण करते समय राज्यपाल ने प्रसन्नता जाहिर की तथा ओडिशा में छठ पूजा की शुरुआत से लेकर अब तक की यात्रा पर जानकारियां ली।
इस दौरान त्रिपाठी ने ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में छठ पूजा की शुरूआत के साथ-साथ कटक और आसपास के जिलों में होने वाली छठ पूजा को लेकर जानकारियां राज्यपाल को प्रदान की तथा बताया कि भव्य तरीके इन जिलों में सामूहिक तौर पर छठ पूजा की जाती है। त्रिपाठी ने राज्यपाल को बताया कि साल 2000 से पहले छठ पूजा पर बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड के लोगों को अपने-अपने गांव जाना पड़ता था। ट्रेनों में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। इस दौरान छोटे-छोटे जगहों पर लोगों ने छठ पूजा करनी शुरू की। इसके बाद राजधानी भुवनेश्वर में पहले बिस्वास तथा इसके बाद हिन्दी विकास मंच और कटक में कटक महानगर छठ पूजा समिति संस्थाओं ने सामूहिक आयोजन के लिए सभी हिन्दीभाषी लोगों के एक जगह लाकर सौहार्दय पूर्ण आध्यात्मिक माहौल तैयार किया। अब हर साल भुवनेश्वर और कटक समेत विभिन्न जिलों में लोग छठ पूजा करते हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्यपाल रघुवर दास ने चार दिवसीय महापर्व छठ को लेकर नहाय-खाय, खरना और अस्ताचलगामी तथा उदयीमान सूर्यपूजा के अवसर पर छठव्रतियों को अपनी शुभकामनाएं ट्विट कर दी थी। शुक्रवार को ओडिशा में छठ पूजा के आयोजन के इतिहास को जानकर राज्यपाल ने छठ पूजा आयोजकों की प्रशंसा की तथा छठ माता से जग कल्याण की मंगल कामना की।
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