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कहा-धर्म के नाम पर देश बांटना छोड़े विपक्ष
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सनातन ब्रह्मांड की रचना के अनादि काल से हैं, क्योंकि ब्रह्मा और सृष्टि का जिक्र सिर्फ सनातन धर्म में ही है और कहीं नहीं है।
हेमन्त कुमार तिवारी, इण्डो एशियन टाइम्स, भुवनेश्वर।
उत्तर प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन विभाग के मंत्री रघुराज सिंह ने कहा कि पूरी में दुनिया में सिर्फ एक ही धर्म है और वह है सनातन। बाकी सारे पंथ हैं, क्योंकि 42 सौ साल पहले यहूदी पंथ बना था। 32 सौ साल पहले पहले जैन पंथ बना और 28 सौ साल पहले बुद्धिस्ट बना। 22 सौ साल पहले क्रिश्चियन पंथ बना तथा 14 सौ 50 साल पहले मुस्लिम पंथ बना और सबसे बाद में 353 साल पहले खालसा पंथ बना है, लेकिन सनातन ब्रह्मांड की रचना के अनादि काल से हैं, क्योंकि ब्रह्मा और सृष्टि का जिक्र सिर्फ सनातन धर्म में ही है और कहीं नहीं है।
दुनिया में सिर्फ सनातन पर मंत्री सिंह ने कहा कि सनातन में हर देव का इतिहास उपलब्ध है, लेकिन अल्लाह के पिता कौन थे, या फिर गॉड के पिता कौन थे, इसका कौन जवाब देगा। लेकिन सनातन में इन जैसे सवालों के जवाब उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि हमारे सनातन में भगावन श्रीराम और श्रीकृष्ण के अवतार का उल्लेख है और इनके देवलोक से संपर्क भी उल्लेखित है, लेकिन अन्य पंथों में ऐसा नहीं है। जब ब्रह्मांड की रचना की गई थी, तब मां पार्वती को अंगुली पकड़कर शंकर जी ने संदेश दिया था कि हे पार्वती मैं आज से सृष्टि की रचना करने जा रहा हूं। सतयुग, त्रेता, द्वापर और कलयुग चार युगों की स्थापना कर रहा हूं। सतयुग में औसत आयु 10 हजार वर्ष थी, तब साधु-संत एक हजार वर्ष तप करते थे, तब जाकर फल मिलता था। फिर त्रेता युग आया।
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भगवान शंकर ने बताया कि इस युग में औसत आयु एक हजार वर्ष थी। तब 100 साल तप करने पर फल मिलता था। फिर आया द्वापर, जिसमें औसतन आयु 100 वर्ष रही, उसमें एक वर्ष के तप पर फल मिलता था। आज इस कलयुग में 24 घंटे में एक बार का तप फलित है, लेकिन इस तरह का इतिहास किसी भी पंथ में नहीं है। सिर्फ सनातन धर्म ही विश्व का कल्याण और विश्व शांति की बात करता है, लेकिन बाकी पंथ ऐसी बातें नहीं करते हैं। इसी कारण आज पुरी दुनिया आतंकवाद से ग्रसित है और धर्मपरिवर्तन जैसी विकृतिया फैल चुकी हैं, जो नहीं होनी चाहिए।
जनहित में काम करें सभी पंथी
दुनिया में सिर्फ सनातन को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा कि एक सनातनी के नाते हम सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास की भावना से काम कर रहे हैं और सभी पथियों आह्वान है कि वे भी जनहित में काम करें, क्योंकि सभी का डीएनएन सनातन धर्म ही है। इसलिए मैं इसका आगाज उत्तर प्रदेश से ही चाहता हूं, क्योंकि पृश्वी का केंद्र उत्तर प्रदेश ही है और इसकी प्रमुख नगरी काशी विश्व की प्राचीननतम नगरियों में एक है। उत्तर प्रदेश आज उत्तम प्रदेश बन चुका है। इसलिए सभी को विकास का भागीदार बनना चाहिए।