रायपुर। छत्तीसगढ़ विस चुनाव के पहले चरण में कल नक्सली हमलों के बीच 20 सीटों पर मतदान हुआ। निर्वाचन आयोग ने अंतिम पांच बजे तक के मतदान की रिपोर्ट साझा कर बताया है कि कुल मतदान 70.87 प्रतिशत रहा।
पहले चरण में सबसे ज्यादा मतदान खैरागढ़ छुईखदान गंडई जिले में हुआ, जहां 76.31 प्रतिशत वोट पड़े। वहीं सबसे कम मतदान प्रतिशत बीजापुर जिले का रहा, जहां 40.98 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
बतादें कि वर्ष 2018 के मुकाबले इस बार जिन विधानसभा सीटों में वोट प्रतिशत बढ़े हैं उनमें भानुप्रतापपुर, दंतेवाड़ा और कोंटा विधानसभा शामिल हैं। वहीं 2018 के विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा मतदान डोंगरगांव में 85.43 हुआ था, तो सबसे कम बीजापुर विधानसभा में 48.90 प्रतिशत हुआ था।
छत्तीसगढ़ विस चुनाव के दौरान आईईडी विस्फोट एवं मुठभेड़ में तीन जवान घायल
छत्तीसगढ़ के सुकमा में विधानसभा चुनाव के दौरान नक्सलियों ने लगातार अपनी उपस्थिति दर्ज करते हुए सुरक्षाबलों के साथ अलग-अलग जगह पर आईडी ब्लास्ट एवं मुठभेड़ की वारदातों को अंजाम दिया। सुरक्षाबलों ने सतर्कता बढ़ाते हुए नक्सलियों के हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया है। चुनाव ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा बल के तीन जवान मुठभेड़ में घायल हुए हैं।
छत्तीसगढ़ विस चुनाव के दौरान मंगलवार सुबह मतदान सुरक्षा के लिए तोंडामरका कैंप से कोबरा 206 एवं सीआरपीएफ के जवान एरिया डॉमिनेशन अभियान में एलमागुंडा गांव की ओर निकले थे। सर्चिंग ऑपरेशन के दौरान कोबरा 206 के जवान निरीक्षक श्रीकांत का पैर पूर्व से नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी में पड़ने से ब्लास्ट हुआ है, घायल जवान का उपचार किया जा रहा है।
इस खबर को भी पढ़ेंः-इंस्टीट्यूट-ट्यूटर को स्कूली दर्जा मिले, सर्टिफिकेट जारी करने का अधिकार भी
इसके बाद दूसरी घटना मंगलवार प्रातः 11:10 बजे कोन्टा थाना क्षेत्र बंडा मतदान केंद्र से 2 किलोमीटर पश्चिम दिशा की तरफ आउटर कॉर्डन में लगी डीआरजी बल पर नक्सलियों ने फायरिंग की। सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्यवाही की। 10 मिनट के बाद फायरिंग बंद हो गई। सभी जवान सुरक्षित हैं।
दोपहर 2:20 के बजे चिंतागुफा थाना क्षेत्र अंतर्गत मिनपा की ओर मतदान सुरक्षित संपन्न कराने हेतु मिनपा एवं दुलेढ के बीच एरिया डॉमिनेशन पर निकली कोबरा 206 वाहिनी एवं एसटीएफ के जवानों पर नक्सलियों ने अंधाधुंध फायरिंग की। सुरक्षाबलों ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया। लगभग 30 मिनट तक दोनों तरफ से चली फायरिंग में सुरक्षाबलों को अपने पर भारी पड़ता देख नक्सली जंगल पहाड़ियों की तरफ भाग गए। पुलिस का दावा है कि मुठभेड़ में 5-6 नक्सली मारे गए एवं कई घायल हुए हैं। हमले में कोबरा 206 वाहिनी के 2 जवान घायल हुए, जिनकी स्थिति अभी खतरे से बाहर है एवं अन्य सभी जवान सुरक्षित हैं। छत्तीसगढ़ स्थापना के बाद पहली बार मिनपा एवं एल्मागुंडा में मतदान कार्य संपन्न कराया गया। मिनपा में 113 एवं एलमागुंडा में 247 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया एवं लोकतंत्र में अपना भरोसा जताया। मतदान के बाद मतदान दल एवं सुरक्षाबल सुरक्षित अपने कैंप वापस लौटी।
इसी तरह दोपहर लगभग 3 बजे चिंतलनार थाना क्षेत्र अंतर्गत लखापाल की ओर मतदान शांतिपूर्वक कराने क्षेत्र में एरिया डॉमिनेशन पर निकली कोबरा 201 वाहिनी एवं सीआरपीएफ 223 वाहिनी के जवानों पर नक्सलियों ने फायरिंग की। लगभग आधे घंटे तक दोनों तरफ से फायरिंग हुई। इस दौरान नक्सली भाग निकले। इसके बाद सभी जवान एवं मतदान दल सुरक्षित चिंतलनार थाना लौटे। अति नक्सल प्रभावित लखापाल मतदान केंद्र में मतदाताओं ने बढ़-चढ़ कर मताधिकार का प्रयोग कर लोकतांत्रिक व्यवस्था पर अपना भरोसा जताया।
एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि नक्सलियों के आईईडी ब्लास्ट एवं मुठभेड़ में तीन जवान घायल हुए हैं। घायल जवानों का इलाज जगदलपुर में किया जा रहा है। सभी जवान सुरक्षित हैं।