भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. हितेष वाजपेयी ने मंगलवार को कहा है कि कांग्रेस में अब कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ का कद लगता है कांग्रेस और कमलनाथ से भी बड़ा हो गया है। कांग्रेस में पहली सूची आने के बाद से ही घमासान मचा हुआ है, लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के सांसद बेटे नकुलनाथ जिस तरह से छिंदवाड़ा जिले में कांग्रेस प्रत्याशियों की स्वयं घोषणा कर रहे हैं, उससे तो यही लगता है कि नकुलनाथ को छिंदवाड़ा जिले के टिकटों का ठेका दे दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहले ही कह चुके हैं कि कांग्रेस पार्टी ठेके पर चल रही है।
नकुलनाथ की कांग्रेसी नेतृत्व को चुनौती
डॉ. वाजपेयी ने अपने बयान में कहा कि ऐसे में सवाल उठता है कि क्या नकुलनाथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और कांग्रेस पार्टी से बड़े हो गए हैं। नकुलनाथ द्वारा इस तरह से प्रत्याशियों के नामों की घोषणा करना कहीं न कहीं कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को भी एक तरह से चुनौती है। छिदंवाड़ा में दौरे के दौरान नकुलनाथ ने विधायक कमलेश शाह को चुनाव में विधायक का प्रत्याशी घोषित कर दिया। इसके अलावा नकुलनाथ ने परासिया से विधायक सोहनलाल वालमीकि को भी हरी झंडी मिलने का संकेत दे दिया है। पांढुर्ना में भी नकुलनाथ ने वर्तमान विधायक निलेश उईके के नाम पर मुहर लगाकर प्रत्याशी घोषित कर दिया। नकुलनाथ की यह घोषणा बताती है कि कांग्रेस पार्टी में अपने-अपने चहेतों को कैसे उपकृत किया जा रहा है। जमीनी कार्यकर्ताओं को कांग्रेस पार्टी ने कभी वरीयता नहीं दी।
छिंदवाड़ा में भी बगावत की सुगबुगाहट
डॉ. हितेष वाजपेयी ने कहा कि छिंदवाड़ा जिले की 7 सीटों में से मात्र कमलनाथ का टिकट तय हुआ है। बाकी सभी सीटों पर अभी तक किसी का नाम घोषित नहीं हुआ है, लेकिन जिस तरह से सांसद नकुलनाथ कांग्रेस की दूसरी सूची आने से पहले प्रत्याशियों का एलान कर रहे हैं, इससे लगता है कि अंदर ही अंदर छिंदवाड़ा में भी कांग्रेस में बगावत की सुगबुगाहट शुरू हो गई है।