निवेशक बाज़ारों के आगे की चाल के संकेत के लिए नतीजों के मौसम, बजट और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर देख रहे थे। हालांकि, इन सभी इंवेंट के पूरा हो जाने के बाद बाज़ारों में कोई नया ट्रिगर नहीं दिख रहा है जो तेजी दे सके। ग्लोबल मार्केट में तेजी मुख्य रूप से अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए सॉफ्ट लैंडिंग की उम्मीदों पर आधारित थी। हालांकि मंदी के नए संकेतों के साथ ये उम्मीद धूमिल हो गई है
Check Also
गोयल ने व्यापक सरकारी और उद्योग वार्ता के जरिए भारत-स्वीडन सहयोग को आगे बढ़ाया
नई दिल्ली/स्टॉकहोम। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने स्टॉकहोम की अपनी दो दिवसीय …