नई दिल्ली। कच्चे तेल की कीमत में आई तेजी, आयातकों की ओर से बढ़ती डॉलर की मांग और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के कारण रुपया आज एक बार फिर डॉलर की तुलना में गिरावट का शिकार हो गया। आज डॉलर की तुलना में भारतीय मुद्रा 9 पैसे फिसल कर 87.55 (अनंतिम) के स्तर पर बंद हुई। इसके पहले पिछले कारोबारी दिन बुधवार को भारतीय मुद्रा 87.46 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुई थी।
रुपये ने आज के कारोबार की शुरुआत भी सांकेतिक गिरावट के साथ ही की थी।
इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज मार्केट में भारतीय मुद्रा ने आज सुबह डॉलर के मुकाबले 1 पैसे की कमजोरी के साथ 87.47 रुपये के स्तर से कारोबार की शुरुआत की थी। आज का कारोबार शुरू होने के कुछ देर बाद डॉलर की आवक बढ़ने के कारण रुपया 8 पैसे की मजबूती के साथ 87.38 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर पहुंच गया। इसके बाद बाजार में आयातकों ने डॉलर की मांग बढ़ा दी। इसके साथ ही विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजार में बिकवाली शुरू करके रुपये पर और दबाव बना दिया। ऐसे नकारात्मक माहौल के कारण रुपया ऊपरी स्तर से 30 पैसे की गिरावट के साथ 87.68 के स्तर तक पहुंच गया। हालांकि, दोपहर 12 बजे के बाद मुद्रा बाजार की स्थिति में कुछ सुधार हुआ, जिसके कारण भारतीय मुद्रा ने निचले स्तर से 13 पैसे की रिकवरी करके 9 पैसे की कमजोरी के साथ 87.55 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर आज के कारोबार का अंत किया।
फौरेक्स मार्केट के एक्सपर्ट्स का कहना है कि स्टॉक मार्केट में विदेशी निवेशकों द्वारा की जा रही बिकवाली ने तो रुपये पर पहले ही दबाव बना रखा है। अब कच्चे तेल की कीमत में आई तेजी के कारण मार्केट सेंटिमेंट्स पर और भी निगेटिव असर पड़ा है। इसके साथ ही आयातकों ने भी पेमेंट ऑब्लिगेशंस के कारण डॉलर की मांग बढ़ा दी है। इसकी वजह से डॉलर में आज तेजी का रुख बन गया है। मुद्रा कारोबारी अंशुमान चौधरी का कहना है कि 15 अगस्त को होने वाली अमेरिका-रूस वार्ता से पहले निवेशक प्रतीक्षा और निगरानी की स्थिति में हैं। इस वार्ता के नतीजों का असर भारत के साथ ही पूरी दनिया के बाजारों पर पड़ेगा। बाजार की गतिविधियों की वजह से मुद्रा बाजार भी प्रभावित हो सकता है।
मुद्रा बाजार में आज के कारोबार के बाद ब्रिटिश पौंड (जीबीपी) की तुलना में रुपया 17 पैसे की कमजोरी के साथ 118.90 के स्तर तक गिर गया। इसी तरह यूरो की तुलना में रुपया आज 28 पैसे की उछाल के साथ 102.30 के स्तर तक पहुंच गया।
साभार – हिस