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प्रीमियम लिस्टिंग के बाद एजेसी ज्वेल के शेयर पर बना दबाव, मामूली फायदे में रहे आईपीओ निवेशक

नई दिल्ली। ज्वेलरी का प्रोडक्शन करने वाली कंपनी एजेसी ज्वेल के शेयरों की मंगलवार को स्टॉक एक्सचेंज में मजबूत लिस्टिंग हुई। हालांकि, लिस्टिंग के बाद मुनाफा वसूली शुरू हो जाने के कारण कंपनी के आईपीओ निवेशकों की खुशी फीकी पड़ गई। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 95 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे।
आज बीएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर इसकी एंट्री 4.21 प्रतिशत प्रीमियम के साथ 99 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के बाद बिकवाली शुरू हो जाने के कारण कुछ ही देर में ये शेयर गिर कर 94.05 रुपये के लोअर सर्किट लेवल तक पहुंच गया। आज का कारोबार खत्म होने के थोड़ी देर पहले खरीदारों ने लिवाली करके लोअर सर्किट ब्रेक कर दिया। पूरे दिन के कारोबार के बात कंपनी के शेयर 0.85 रुपये की मामूली बढ़त के साथ 95.85 रुपये के स्तर पर बंद हुए। इस तरह कंपनी के आईपीओ निवेशकों को आज पहले दिन 0.89 प्रतिशत का मामूली मुनाफा हुआ।
एजेसी ज्वेल का 15.39 करोड़ रुपये का आईपीओ 24 से 26 जून के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से फीका रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 2.82 गुना सब्सक्राइब हो सका था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 3.57 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसी तरह नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 1.79 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसके अलावा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 2.86 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 16.20 लाख नए शेयर जारी किए गए हैं। आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपने पुराने कर्ज को चुकाने, नए इक्वीपमेंट की खरीदारी करने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉर्पोरेट उद्देश्यों में करेगी।
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी को 1.26 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2022-23 में बढ़कर 2.04 करोड़ रुपये और 2023-24 में 3.32 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू 39 प्रतिशत वार्षिक से अधिक की चक्रवृद्धि दर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ कर 246.84 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। अगर वित्त वर्ष 2024-25 की बता करें तो अप्रैल से दिसंबर 2024 के दौरान कंपनी को 1.85 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ और 175.53 करोड़ रुपये का रेवेन्यू मिल चुका था।
साभार – हिस

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