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रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भारत के लिए ‘स्थिर दृष्टिकोण’ रखा बरकरार
नई दिल्ली। ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज ने कैलेंडर वर्ष 2024 में भारत की अर्थव्यवस्था पिछले साल के मुकाबले कुछ सुस्त रफ्तार से बढ़ने का अनुमान जताया है। रेटिंग एजेंसी ने 2024 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर 6.1 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भारत के वास्तविक जीडीपी अनुमान को संशोधित कर 8 फीसदी कर दिया है।
मूडीज़ एनालिटिक्स ने शुक्रवार को जारी ‘एपीएसी आउटलुक: लिसनिंग थ्रू द नॉइज़’ शीर्षक रिपोर्ट में कहा है कि दक्षिण एवं दक्षिण पूर्व एशिया की अर्थव्यवस्थाओं में इस साल सबसे मजबूत उत्पादन लाभ देखने को मिलेगा लेकिन वैश्विक महामारी के बाद देरी से वापसी के कारण उनका प्रदर्शन प्रभावित हुआ है। एजेंसी को उम्मीद है कि भारत की जीडीपी पिछले साल के मुकाबले 2024 में 6.1 फीसदी की दर बढ़ेगी।
रेटिंग एजेंसी ने भारत सरकार के लिए स्थिर दृष्टिकोण बनाए रखा है। एजेंसी की ओर से जारी रिपोर्ट में भारत सरकार की दीर्घकालिक और अल्पकालिक रेटिंग क्रमशः Baa3 और P-3 पर आंकी गई है। स्थिर दृष्टिकोण के तहत इस संभावना को शामिल किया गया है कि भारत के राजकोषीय मैट्रिक्स में करीबी साथियों की तुलना में मजबूत विकास धीरे-धीरे जारी रहेगा।
उल्लेखनीय है कि वित्त वर्ष 2023-24 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में भारत की जीडीपी 8.4 फीसदी की दर से बढ़ी है। इसके साथ ही देश सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहा। भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर पिछली दो तिमाहियों अप्रैल-जून और जुलाई-सितंबर तिमाही में क्रमश: 7.8 फीसदी और 7.6 फीसदी रही है। इससे पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में क्रमशः 7.2 फीसदी और वित्त वर्ष 2021-22 में 8.7 फीसदी की दर से भारत की अर्थव्यवस्था आगे बढ़ी थी। रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 में आर्थिक वृद्धि दर 7 फीसदी रहने का अनुमान जताया है।
साभार – हिस