नई दिल्ली, कारोबार के लिहाज से शुक्रवार को खत्म हुआ कारोबारी सप्ताह भारतीय शेयर बाजार के लिए मजबूती वाला सप्ताह रहा। इसके बावजूद शेयर बाजार के जानकारों का मानना है कि बाजार में अभी भी उथल-पुथल का दौर खत्म नहीं हुआ है। इसलिए छोटे निवेशकों को सतर्क होकर निवेश की योजना बनानी चाहिए।
धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी के मुताबिक सोमवार से शुरू होने वाले कारोबारी सप्ताह के दौरान भारतीय शेयर बाजार पर कई बड़े इवेंट्स का असर पड़ सकता है। इसके अलावा अमेरिका में महंगाई और बेरोजगारी के आंकड़ों पर भी वैश्विक बाजार की नजर बनी रहने वाली है। वैश्विक बाजार की चाल का प्रत्यक्ष असर घरेलू शेयर बाजार पर भी पड़ा पड़ेगा।
इसके अलावा अगले सप्ताह शेयर बाजार की निगाहें कंपनियों के तिमाही नतीजों पर भी टिकी रहने वाली हैं। कंपनियों के नतीजे के हिसाब से भी शेयर प्राइस में उतार चढ़ाव आने की उम्मीद है। प्रशांत धामी का मानना है कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी को शॉर्ट टर्म में फिलहाल 16,200 अंक के दायरे पर रेसिस्टेंस का सामना करना पड़ रहा है। अगर निफ्टी इस स्तर को शुक्रवार की तरह पार करके टिक जाता है तो उसकी तेजी 16,500 अंक के स्तर तक पहुंच सकती है। अगर बाजार में नकारात्मक माहौल बना तो ये सूचकांक गिरकर 16,000 अंक के स्तर पर भी जा सकता है।
माना जा रहा है कि शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान सकारात्मक वैश्विक संकेतों, मॉनसून की अच्छी गति, विदेशी निवेशकों की बिकवाली में आई कमी और कमोडिटीज की कीमत में आई कमी से शेयर बाजार को अच्छा फायदा मिला था। इसी कारण निफ्टी 16,200 अंक के रेसिस्टेंस को पार करके 16,220.60 अंक के स्तर तक पहुंचने में सफल रहा था लेकिन अगले सप्ताह का कारोबार अमेरिका से जारी होने वाले महंगाई और बेरोजगारी के आंकड़ों पर काफी हद तक निर्भर करेगा। इसके साथ ही अगर वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमत में तेजी का रुख बनता है, तो इससे भी भारतीय शेयर बाजार में नकारात्मक माहौल बनेगा। इसकी वजह से सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही सूचकांकों में गिरावट का दबाव बन सकता है।
इसी तरह मार्केट एक्सपर्ट मयंक मोहन का मानना है कि मौजूदा वैश्विक माहौल में शेयर बाजार के लिए लॉन्ग टर्म प्रेडिक्शन कर पाना संभव नहीं है लेकिन निफ्टी में शॉर्ट टर्म में तेजी का रुख जारी रह सकता है। आने वाले सप्ताह में मामूली करेक्शन आने की भी संभावना बनी हुई है लेकिन इस करेक्शन के कारण बाजार में होने वाली गिरावट को निवेशकों को खरीदारी के मौके के रूप में लेना चाहिए। हालांकि मयंक मोहन का ये भी कहना है कि बाजार की उथल-पुथल को देखते हुए छोटे निवेशकों को बड़े पैमाने पर खरीद करने से बचना चाहिए बल्कि टार्गेटेड शेयर में छोटे-छोटे लॉट में खरीदारी करनी चाहिए।
जानकारों का कहना है कि अगले सप्ताह सोमवार को ही टीसीएस और डीमार्ट के तिमाही नतीजे आने वाले हैं। इन दोनों कंपनियों के नतीजे भी शेयर बाजार की चाल पर काफी असर डालेंगे। इसी तरह सप्ताह के कारोबार के दौरान दूसरी कंपनियों के तिमाही नतीजे अभी बाजार की गति पर असर डाल सकते हैं। बताया जा रहा है कि शेयर बाजार में कुछ समय के लिए ठहराव की स्थिति बन सकती है लेकिन आने वाले समय में तेजी की उम्मीद की जा सकती है।
साभार -हिस
Home / BUSINESS / मजबूती के बावजूद उथल पुथल जारी रहने की आशंका, निवेशकों को छोटे लॉट में निवेश करने की सलाह
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