रिसर्च फर्म Hindenburg का दावा है कि सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच ने पहली बार 5 जून 2015 को सिंगापुर में IPE प्लस फंड 1 में अपना अकाउंट खोला था। शॉर्ट-सेलर ने आरोप लगाया है कि सेबी चेयरपर्सन के पास इन फंडों के माध्यम से अदाणी ग्रुप की एंटिटी में ‘स्टेक’ थी
Home / BUSINESS / Hindenburg के आरोपों पर IIFL की सफाई, SEBI चेयरपर्सन का अदाणी की कंपनियों में कोई निवेश नहीं
Check Also
मजबूती के साथ बंद हुआ शेयर बाजार, सेंसेक्स और निफ्टी उछले
बाजार की मजबूती से निवेशकों ने एक दिन में कमाए 1.98 लाख करोड़ रुपये नई …